बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी का मानना है कि आज की तारीख में लोग कांग्रेस से नाराज हैं. उन्हें बदलाव चाहिए इसलिए मोदी का समर्थन कर रहे हैं. साथ में यह भी कहा कि बीजेपी सिर्फ नरेंद्र मोदी की पार्टी नहीं है. वह भी सबको साथ लेकर चलेंगे.
नितिन गडकरी ने आज तक से खास बातचीत में कहा, 'हमारी पार्टी देश के उत्तरी इलाकों में मजबूत है. पूर्व में हमारी ताकत बढ़ी है. दक्षिण में काम करने की जरूरत है. जहां तक तमिलनाडु की बात है तो हमारा गठबंधन अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. हमें 8-10 सीटें मिलने की उम्मीद है. एक वक्त पर दक्षिण राज्य कांग्रेस की ताकत माने जाते थे पर अब सब कुछ बदल गया है. हम दक्षिण में कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन करेंगे. एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलेगा.'
'बीजेपी मोदी की पार्टी बन गई है' वाले सवाल पर गडकरी ने कहा, 'कांग्रेस में राहुल और सोनिया गांधी के अलावा कोई चुनाव प्रचार नहीं करता पर उनसे ये सवाल कोई नहीं पूछता. हमने अपना नेता चुना है फिर दूसरे नेता को आगे बढ़ाने की बात कहां से आती है. मोदी जी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं, आरएसएस के प्रचारक रहे हैं. हम समाज के लिए काम करते हैं. सभी एक ही टीम का हिस्सा हैं. हमने अपना नेता चुना है और पार्टी की जीत के लिए आडवाणी, सुषमा और सभी नेता मेहनत के साथ लगे हुए हैं.'
सीनियर नेताओं को नजरअंदाज किए जाने के आरोप पर उन्होंने कहा, 'यह सही नहीं है. हमने किसी भी वरिष्ठ नेता का अपमान नहीं किया. बुजुर्गों का सम्मान करना हमारी पार्टी की परंपरा है. पर एक चीज साफ है, आज की तारीख में नरेंद्र मोदी सबसे लोकप्रिय नेता हैं.'
बीजेपी में अंदरुनी कलह के सवाल पर उन्होंने कहा, 'हम पुरानी बात भूल चुके हैं. बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है. दूसरों की तरह नहीं, जहां मुलायम, मायावती और एक नेता पूरी पार्टी के सबकुछ हैं. बीजेपी गडकरी की नहीं है, न ही राजनाथ सिंह की. अगर मोदी जी आज सबसे आगे हैं तो उन्हें भी सबको साथ लेकर चलना होगा. बीजेपी राजनाथ, गडकरी या फिर मोदी की नहीं है, यह एक संगठन है.'
मोदी द्वारा प्रियंका को बेटी समान कहने वाले बयान पर उन्होंने कहा, 'प्रियंका को बेटी कहकर मोदी ने शालीनता का परिचय दिया था. हार के डर से कांग्रेस का संयम और विवेक खत्म हो गया है. उन्हें इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए.'
रॉबर्ट वाड्रा पर उन्होंने कहा, 'हम कोई बदले की कार्रवाई नहीं करेंगे. चाहे वह गांधी परिवार ही क्यों न हो. सोनिया गांधी खुद आगे आएं और वाड्रा मसले पर कार्रवाई की मांग करे. आज तक घोटाले के इन आरोपों पर रॉबर्ट वाड्रा और गांधी परिवार के लोगों ने क्यों कुछ नहीं बोला.'