लगता है कि कमजोर कौन का विवाद बीजेपी को बैकफुट पर ले आया है. शायद यही कारण है कि पार्टी अब विदेशों में जमा काले धन का मुद्दा जोर शोर से उठा कर कीचड़ उछालने की राजनीति से दूर हटना चाहती है.
इस मुहिम में लग गए हैं बीजेपी के पीएम इन वेटिंग आडवाणी के सिपहसालार. ये है बीजेपी का नया बह्मास्त्र. बीजेपी के पीएम इन वेटिंग के सिपहसालारों ने ये किताब निकाल कर कांग्रेस को लपेटे में लेने की कोशिश की है. मुद्दा है विदेशों में खास कर स्विस बैंकों में छिपे काले धन का.
पार्टी ने मैदान में उतारा अरुण शौरी को. शौरी ने ताल ठोक कर कहा कि कि देश का अरबों रुपया विदेशी बैंकों में छिपा है और कांग्रेस सरकार उसे वापस लाने के लिए कुछ नहीं कर रही. बीजेपी ने ऐलान किया है कि अगर एनडीए की सरकार बनी तो इस पैसे को वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
अब बीजेपी ताल ठोकने में लगी है तो कांग्रेस भी आंखे तरेर रही है. लग गयी है पूरे मामले पर बीजेपी में ही खोट निकालने में. कांग्रेस प्रवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि बीजेपी की सरकार ने ही फेरा कानून बदल दिया था. जाहिर है भ्रष्टाचार को लेकर कीचड़ उछाला तो छींटे सबके दामन पर पड़ेंगे ही.