लोकसभा चुनावों से पहले मुस्लिमों को रिझाने में लगी बीजेपी अब एक और कोशिश करेगी. पार्टी मोहल्ला सभा के जरिये मुसलमानों की शिकायतें सुनने की तैयारी में है. शनिवार को दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों से मुस्लिम नुमाइंदो को बातचीत के लिए बुलाया जा रहा है.
देश की हर लोकसभा सीट का डाटा निकालकर देखा जा रहा है कि कहां, किस वर्ग की कितनी भागेदारी है. बीजेपी का अगला कदम यह होगा कि अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं को पार्टी से जोड़ा जाए क्योंकि पार्टी मानती है कि महिलाओं के बीच मोदी काफी लोकप्रिय हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि अगर उनसे कोई गलती हुई होगी तो वह मुसलमानों से माफी मांगने को तैयार हैं. पार्टी के प्रमुख मुस्लिम चेहरे शाहनवाज हुसैन भी सांप्रदायिकता के मुद्दे पर मोदी के बचाव में रचनात्मक जुमले उछालते नजर रहे हैं.
पार्टी का अल्पसंख्यक मोर्चा भी यह जताने में जुट गया है कि बीजेपी को भी मुसलमानों की फिक्र है और वह मुस्लिमों की तमाम समस्याओं को दूर करना चाहती है.
हालांकि पहले भी बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में मुसलमानों के लिए विजन डॉक्युमेंट बनाया था जिसे अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका. घोषणापत्र की घोषणाएं सिर्फ कागजों पर ही हैं.