लोकसभा चुनाव आते ही नेताओं के दल बदल का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बड़े भाई अजय शाह समेत आधा दर्जन लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली. अजय शाह केनरा बैंक में नौकरी करते थे और इसी महीने रिटायर हुए हैं. इस तरह बीजेपी नेता को तोड़कर कांग्रेस ने सियासी बदला लिया है. गौरतलब है कि हाल ही में भिंड से कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद भगीरथ प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए थे.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी को तोड़ने की ये शुरुआत है. आगे भी इसी तरह होगा. दूसरी ओर, बीजेपी नेता और राज्य के गृह मंत्री बाबूलाल गौर का कहना है कि पार्टी में अजय शाह का कोई वजूद नहीं था और वो मौका परस्त हैं. गौर ने दावा किया कि अजय शाह की जमानत जब्त हो जाएगी. उन्होंने कहा, 'राजनीति में कोई किसी का रिश्तेदार नहीं होता. अपना अपना रास्ता खुद तय करो. ये धर्म परिवर्तन नहीं है, ये तो हृदय परिवर्तन है.'
वहीं, कांग्रेस में शामिल हुए अजय शाह खुद को पुराने भाजपाई बता रहे हैं. अजय शाह ने कहा, 'मैंने जब से होश संम्भाला है, खुद को बीजेपी में ही पाया है. 1967 में मेरे पिताजी जनसंघ से खड़े हुए.'