चुनावी सीजन में बिहार बीजेपी के नेता लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे पार्टी विवादों में फंसती जा रही है. बीजेपी उपाध्यक्ष सीपी ठाकुर का कहना है कि देश को आरक्षण की जरूरत नहीं है. आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि समाज के कमजोर तबके का विकास करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है. सीपी ठाकुर ने कहा कि आरक्षण की जगह पिछड़े तबके के विकास के लिए सकारात्मक कदम उठाए जाएं.
सीपी ठाकुर के इस बयान पर बवाल शुरू हो गया है. विरोधियों ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी पिछड़े समाज के भले के बारे में नहीं सोचती. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके पूछा कि आरक्षण पर बीजेपी अपनी स्थिति स्पष्ट करे.
सीपी ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, 'आरक्षण को सबसे पहले सिर्फ 10 साल के लिए लागू किया गया था. आजादी के 60 साल बीत चुके हैं और आज भी आरक्षण के खिलाफ कोर्ट में केस चल रहा है. देश के लिए विकास जरूरी है. चाहे वह हिंदू हो या फिर मुस्लिम, जो भी पिछड़ा है उसे विकास के जरिए आगे लाना होगा.'
दरअसल, सीपी ठाकुर उन मीडिया रिपोर्ट पर टिप्पणी कर रहे थे जिसमें कांग्रेस द्वारा पिछड़े मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही गई थी. हालांकि बाद में केंद्रीय कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने सफाई दी है कि उनकी पार्टी ऐसा कोई पूरक मेनिफेस्टो नहीं लाने वाले जिसमें पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कही जाएगी.
वहीं, सीपी ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से पिछड़ों को आरक्षण देने के पक्ष में रही है. उनके विकास के लिए काम किया है. जब तक पिछड़ा समाज पूरी तरह से विकसित नहीं हो जाए, हम आरक्षण प्रक्रिया का समर्थन करते रहेंगे.
सीपी ठाकुर पर हमला करते हुए दिग्विजय सिंह ने ट्वीट भी किया.
CP Thakur National VP of BJP - No need for Reservation. Would BJP and Kejriwal pl clarify their stand on Reservation ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 27, 2014