बीजेपी संसदीय बोर्ड ने सर्वसम्मति से लालकृष्ण आडवाणी को गुजरात के गांधीनगर से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है. बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने भी गांधीनगर सीट से सिर्फ आडवाणी के नाम लिया है. हालांकि, पार्टी के इस फैसले पर आडवाणी और उनके खेमे से किसी और नेता की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि आडवाणी को मनाने की कोशिशें अब भी जारी हैं. पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस कवायद में जुटे हैं. बुधवार सुबह ही सूत्रों के हवाले से खबर आई कि आडवाणी ने गांधीनगर की बजाय भोपाल सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. गौर करने वाली बात यह है कि गुजरात बीजेपी ने इस सीट से आडवाणी के नाम का प्रस्ताव रखा था. पर वे इस बुलावे के बावजूद वहां से लड़ने को इच्छुक नहीं हैं. उन्हें भितरघात का डर है.
बुधवार को गुजरात की लोकसभा सीटों पर चर्चा होनी थी. इस कारण से आडवाणी पार्टी संसदीय बोर्ड के साथ चुनाव समिति की बैठक में भी शामिल नहीं हुए. आडवाणी के विरोध को लेकर पूरी पार्टी पशोपेश में है. नरेंद्र मोदी ने खुद आडवाणी को फोन करके गांधीनगर से ही चुनाव लड़ने का आग्रह किया है. हालांकि, अभी तक आडवाणी के मान जाने की खबर नहीं आई है.