भारतीय जनता पार्टी ने अपने पीएम कैंडिडेट नरेन्द्र मोदी के चुनाव प्रचार की आक्रमकता को कम कर दिया है. इस कड़ी में पार्टी ने चुपचाप उनके विज्ञापन ‘मैं देश नहीं झुकने दूंगा... मैं देश नहीं मिटने दूंगा’ को बंद कर दिया है.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक लगभग एक महीने पहले शुरू किए गए इस विज्ञापन अभियान को अब बंद कर दिया गया है. इसे अनावश्यक रूप से आक्रामक माना जा रहा था. इन विज्ञापनों में मोदी खुद ये लाइनें जोश के साथ बोलते हैं. बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि इनसे यह आभास मिलता है कि देश का अस्तित्व ही खतरे में है, जो गलत है. मोदी के मुंह से ये लाइनें बुलवाना भी गलत आइडिया था क्योंकि इससे बहुत कड़े टोन का आभास मिलता है.
पार्टी के सूत्रों ने पत्र को बताया कि नरेन्द्र मोदी की टीम भी इस विज्ञापन के गीत की भावना और अंदाज से पूरी तरह आश्वस्त नहीं थी. लेकिन मुख्य अभियान समिति के इस फैसले का उन्होंने पालन किया. अप्रैल के मध्य में बीजेपी के ऊपर के हल्कों में यह बात सभी ने मान ली कि मोदी की छवि को नरम बनाया जाए.
बताया जाता है कि नरेन्द्र मोदी ने स्वंय इसमें पहल की और उत्तर बिहार में अपने अभियान में बांटने की नीति से अपने को दूर रखा. हांलाकि बीजेपी के कुछ नेता किशनगंज से खड़े जेडी (यू) उम्मीदवार अख्तरुल ईमान के खिलाफ आक्रामक रुख की मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि किशनगंज में मुसलमान बीजेपी के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. इसका मुकाबल इसी ढंग से होना चाहिए. लेकिन मोदी इसके लिए तैयार नहीं हुए.
समझा जाता है कि मोदी के अभियान का अब ‘मोदी आ गया’ मंत्र पर ज्यादा जोर होगा. उसमें न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन की बात कही जाएगी.
एनडीए को 300 सीटें दिलाने का आग्रह वाले मोदी के नए अभियान में कोशिश यही है कि फ्लोटिंग वोटों को अपनी ओर खींचा जाए. इसके अलावा मोदी तथा बीजेपी के समर्थकों को घरों से निकलकर वोट देने के लिए उत्साहित किया जाए.
बीजेपी अपने राजनीतिक अभियानों के अलावा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और रोजगार से जुड़े आर्थिक विकास के नारे पर जोर दे रही है.
पार्टी में यह भी महसूस किया जा रहा था कि सत्तारूढ़ यूपीए की कमियां गिनाने में पार्टी सफल हो गई है. उन्हें लग रहा है कि माहौल मोदी के पक्ष में बन गया है और इसलिए अब मेसेज थोड़े चमकदार हों.
बीजेपी के विज्ञापन प्रचार गीत को प्रसून जोशी ने लिखा था और गाया था सुखविन्दर ने. अब मोदी के विज्ञापनों को पोजिटिव बनाया जा रहा है. उनके जरिये मोदी जनता से स्पष्ट बहुमत की मांग करेंगे.