साफ हो गया है कि बिहार में अब टक्कर नरेंद्र मोदी बनाम नीतीश कुमार के बीच होगी. विपक्ष की ललकार के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री उम्मीदवार का ऐलान न करने का फैसला किया है.
बीजेपी में बिहार चुनाव के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही पार्टी का चेहरा होंगे और सुशासन के नाम पर चुनाव लड़ा जाएगा.
बीजेपी के इस फैसले को 'धर्मनिरपेक्ष गठबंधन' ने आड़े हाथों लिया है. नीतीश के साथ मिलकर लड़ रहे आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने बीजेपी को वंशहीन तक बता दिया और सीएम उम्मीदवार घोषित करने की चुनौती दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'बीजेपी का कोई वंश और नामलेवा नहीं है. अगर है तो बिहार में CM का उम्मीदवार घोषित करो.'
निरवंश है भाजपा ,इसका कोई वंश और नामलेवा नहीं है, अगर है तो बिहार में CM का उम्मीदवार घोषित करो..
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 16, 2015
वहीं बीजेपी नेता मंगल पांडे ने कहा है कि अंतिम फैसला संसदीय बोर्ड करेगा और बिहार मोदी के नेतृत्व में ही आगे बढ़ेगा. जेडीयू नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि दिल्ली में मोदी के सुशासन की पोल खुल गई है.