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गुजरात में बीजेपी को मिला स्पष्ट बहुमत

बीजेपी ने पूर्व अनुमानों के अनुसार गुजरात में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए अभी तक घोषित परिणामों में 95 सीटों पर जीत हासिल कर ली है और इस तरह पार्टी ने राज्य में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है.

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बीजेपी ने पूर्व अनुमानों के अनुसार गुजरात में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए अभी तक घोषित परिणामों में 95 सीटों पर जीत हासिल कर ली है और इस तरह पार्टी ने राज्य में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है.

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पार्टी 21 विधानसभा सीटों पर आगे चल रही है. उधर कांग्रेस के दो दिग्गजों को मुंह की खानी पड़ी है. नरेंद्र मोदी ने मणिनगर विधानसभा में अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की श्वेता भट्ट को 86,373 मतों के अंतर से पराजित किया. कांग्रेस ने अभी तक 46 सीटों पर जीत का स्वाद चख लिया है और 14 पर वह आगे चल रही है. कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है कि उसके प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोडवाडिया पोरबंदर सीट से बीजेपी के बाबू बोखारिया से 17 हजार से अधिक मतों से हार गये हैं.

उधर विपक्ष के नेता शक्तिसिंह गोहिल को भी प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी ने 18,554 मतों से शिकस्त दी है. प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में दोनों को मुख्यमंत्री पद पर प्रबल दावेदार माना जा रहा था. गुजरात की राजनीति में नरेंद्र मोदी का प्रभाव बढ़ने से पहले बीजेपी के दिग्गज रहे और फिलहाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने कपाडवंज सीट पर बीजेपी के कनूभाई को हरा दिया है. हालांकि उनकी जीत का अंतर महज 6597 वोट रहा.

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गुजरात परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष केशूभाई पटेल ने सौराष्ट्र की विसावदर सीट पर बीजेपी के कनुभाई भलाला को 42 हजार से अधिक मतों से हराया. बीजेपी से बगावत करने वाले कनु कलसारिया भी चुनाव हार गये हैं. अपने सद्भावना मंच के बैनर तले किस्मत आजमाने वाले कलसारिया को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा है. सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ कांड के आरोपी पूर्व मंत्री अमित शाह ने नारनपुरा सीट पर 63 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है.

कांग्रेस के साथ गठजोड़ में कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली राकांपा को दो सीटें मिल गयी हैं. केशूभाई की जीपीपी दो सीटों पर, जदयू एक पर और निर्दलीय उम्मीदवार एक सीट पर बढ़त बनाये हुए हैं. पूरे प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जीत की औपचारिक घोषणा से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया और अहमदाबाद तथा अन्य शहरों की सड़कों पर ढोल नगाड़ों की थाप पर नाचते और गुलाल उड़ाते समर्थकों को देखा जा सकता है.

मोदी को जीत की बधाई देते हुए बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि उनकी सरकार ने खुद को देश में आदर्श साबित किया है और चुनावों में कांग्रेस द्वारा सांप्रदायिकता का जहर फैलाने की कोशिश के बावजूद राज्य की जनता ने मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. बीजेपी से निलंबित राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी ने कहा कि जीत ने निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के नाम को मजबूती प्रदान की है. पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्मृति ईरानी ने भी खुलकर प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर मोदी का समर्थन किया. हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस विषय पर कोई स्पष्ट राय व्यक्त नहीं की है.

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प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी की दावेदारी के सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने साफ रुख नहीं जताते हुए केवल इतना कहा, ‘मोदी भाई हमेशा से बीजेपी में महत्वपूर्ण नेता रहे हैं. हमारी पार्टी वंशवाद से नहीं चलती जिसका नेता कोई युवराज होता है. हम पूरी तरह लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं.’ मोदी ने भी मतगणना के बीच ट्विटर पर टिप्पणी की. उन्होंने लिखा कि यह पीछे मुड़कर देखने का नहीं आगे बढ़ने का समय है.

कांग्रेस नेताओं ने गुजरात में पार्टी की हार को तो स्वीकार किया लेकिन राज्य में पार्टी के मजबूत होने का दावा किया. उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव में जीत से राष्ट्रीय राजनीति में मोदी की स्वीकार्यता की गारंटी नहीं है.

विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने संवाददाताओं से कहा, ‘इस बार के गुजरात चुनाव साबित करते हैं कि नरेंद्र मोदी के लिए रास्ता साफ नहीं है.’ संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने गुजरात में मिल रहे रुझानों को बीजेपी शासित राज्य में कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता के तौर पर देखा. वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि गुजरात में यह कांग्रेस की जीत है क्योंकि उसकी सीटों में सुधार हुआ है और बीजेपी को उसने सीमित कर दिया है.

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