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मुश्किल में फंस सकती है BJP की 'चाय पर चर्चा'

नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी की चाय पे चर्चा कार्यक्रम नियमों को लेकर चुनाव आयोग के साथ संकट का एक नया सबब बन सकता है.

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'चाय पे चर्चा' करते नरेंद्र मोदी
'चाय पे चर्चा' करते नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी की 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम नियमों को लेकर चुनाव आयोग के साथ संकट का एक नया सबब बन सकता है.

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दरअसल, चुनाव आयोग के मुताबिक चुनाव प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं को रिझाने की किसी भी प्रकार की कोशिश की कानून एवं आचार संहिता के तहत इजाजत नहीं है. बीजेपी की योजना देशभर में नमो के साथ 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम का आयोजन 20 मार्च को करने का है जब मोदी किसानों के सवालों से रूबरू होंगे.

यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में चुनाव अधिकारियों के साथ पहले ही परेशानी का सबब बन चुका है. आयोग ने मतदाताओं को कथित तौर पर प्रलोभन देने या रिझाने को लेकर बीजेपी के कुछ नेताओं के खिलाफ वहां एक मामला दर्ज किया है. दरअसल, बीजेपी नेताओं ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए मुफ्त चाय बांटी थी.

चुनाव अधिकारियों ने बताया कि वे चाय बांटने को मतदाताओं को रिझाने के रूप में देखते हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी तरह से रिझाने या प्रलोभन देने की इजाजत कानून में नहीं है. शीर्ष चुनाव अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानीय बीजेपी नेताओं के खिलाफ आईपीसी के प्रावधानों के तहत लखीमपुर खीरी जिला के मोहम्मादी में कोतवाली पुलिस थाना में एक मामला दर्ज किया गया है.

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