बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रहते हैं. लेकिन इस चुनाव प्रचार के दौरान उन पर हमले का खतरा और बढ़ गया है. बल्कि ये कहिए कि आतंकवादियों ने मोदी पर हमले की कोशिश भी की. इसका खुलासा किया है सुरक्षा एजेंसियों के हाथ आए सिमी के एक आतंकवादी ने.
16वीं लोकसभा की लड़ाई में सबसे ज्यादा दांव पर लगी है नरेंद्र मोदी की शख्सियत. इनके दम पर बीजेपी दस साल बाद सत्ता के सपने देख रही है. इनके हौसले पर एनडीए की मुरझाई हुई हस्ती खिलखिलाने लगी है. इनके निशाने पर राजनीतिक विरोधी होते हैं और विरोधियों के निशाने पर मोदी. लेकिन इस राजनीतिक रस्साकशी के बीच मोदी किसी और के निशाने पर हैं. एक खतरनाक और जानलेवा निशाने पर.
इस चुनाव के दौरान मोदी ने पूरे देश का तूफानी दौरा किया. सुबह असम में तो दोपहर को आंध्र प्रदेश में और शाम को केरल में. इस दौरान उनकी सुरक्षा बिल्कुल दुरुस्त रहती है. सिमी के आतंकवादियों ने तो मोदी को पिछले साल अक्टूबर में ही मारने की साजिश रची थी, जब वो पटना में रैली करने गए थे. उसी रैली में, जिसमें बम ब्लास्ट हुआ था. इसका खुलासा उस आतंकवादी ने किया है, जो उस साजिश में शामिल था.
पिछले साल 27 अक्टूबर की पटना रैली पर जितनी नजर बीजेपी की नहीं थी, उससे ज्यादा कहीं आतंकवादियों की थी. नीतीश कुमार से गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली को यादगार बनाना चाहती थी. लेकिन उसी रैली में सालों से खामोश रहने वाला आतंकवादी संगठन सिमी भी अपनी आतंकी साजिश लेकर घूम रहा था.
मोदी की पटना रैली में वो सीरियल ब्लास्ट महज दहशत फैलाने के लिए नहीं था बल्कि आतंकवादियों का मनसूबा तो सीधे नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने का था. इस सनसनीखेज सच्चाई का खुलासा किया है सिमी के ही आतंकवादी इम्तियाज ने, जिसे पटना स्टेशन पर पुलिस ने पकड़ा था. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक ये कोई आम आतंकी नहीं बल्कि सिमी का वो मोहरा है, जिसने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को निशाना बनाने का ठेका लिया था. सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि सिमी के आतंकी इम्तियाज़ ने मोदी को मारने के लिए ऐसा प्लान बनाया था कि एक कान की भनक दूसरे कान को भी नहीं लगे.
आज तक के हाथ लगा है एक ऐसा वीडियो जिसमें मोदी की पटना रैली में सीरियल ब्लास्ट के अलावा एक और बड़ी साज़िश का खुलासा हुआ है. सिमी के इस आतंकवादी इम्तियाज ने एनआईए के अधिकारियों की पूछताछ में कबूल किया कि मोदी सिमी के निशाने पर थे और पटना धमाके के बाद उन्हें एक जगह पर मिलना था.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक मोदी को निशाना बनाने के बाद सिमी और इंडियन मुजाहिद्दीन के कई आतंकियों को एक जगह मुलाकात करनी थी. जब सुरक्षा एजेंसियों को सजिश में सीमी का हाथ होने की भनक लगी तो उनके होश उड़ गए. क्योंकि, अब तक सारा फोकस इंडियन मुजाहिद्दीन पर था. देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां ये समझ रही थीं कि सिमी अब बीते हुए कल की बात हो चुका है. लेकिन सिमी के इम्तियाज़ ने जो कुछ किया उससे जांच एजेंसियां भी हिल गईं.
मोदी की पटना रैली में कड़ी सुरक्षा के बावजूद सिमी के आतंकियों ने अपने खतरनाक मंसूबे में कुछ हद तक कामयाबी हासिल कर ली. उस रैली में हुए धमाके से साफ हो गया कि मोदी की सुरक्षा पर आतंकवादियों की शातिर नजर है और इससे बचाव के लिए मुकम्मल इंतजाम जरूरी है.
सिमी के आतंकी इम्तियाज़ ने NIA और दिल्ली पुलिस को एक ऐसा राज़ बताया, जिस पर यकीन करना आसान नहीं था. सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि इम्तियाज़ ने मोदी के खिलाफ़ चैलेंज देकर आतंकी प्लान बनाया था यानी ये सीधा देश की सुरक्षा एजेंसियों को चुनौती थी. कुछ हद तक वो इसमें कामयाब भी हो गया.