बिहार की भागलपुर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार शाहनवाज हुसैन की नजरें राजद के शैलेश कुमार, जद यू के अबु कैसर और बसपा की उम्मीदवार नौशाबा खानम को हराकर इस बार भी जीत दर्ज करके हैट्रिक बनाने पर लगी हैं. हुसैन को भाजपा के लोजपा के साथ गठबंधन का सहारा है, जिससे उन्हें दलितों का महत्वपूर्ण समर्थन हासिल करने में मदद मिल सकती है. भागलपुर के करीब 19.14 लाख मतदाता 24 अप्रैल को 18 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे.
शकुनी चौधरी को हराया था पिछली बार
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सबसे युवा मंत्री रहे हुसैन ने 2009 आम चुनावों में राजद के शकुनी चौधरी को हराया था. इससे पहले 2006 उपचुनाव में भी उन्होंने चौधरी को मात दी थी. हुसैन को विश्वास है कि इस बार मोदी की लहर उन्हें इस सीट पर जीत दर्ज करने में मदद करेगी. 45 वर्षीय हुसैन ने कहा, देश भर में मोदी की लहर है. लोग कांग्रेस के शासन से तंग आ चुके हैं. लोग केंद्र सरकार में बदलाव के लिए मतदान करेंगे. उन्होंने कहा, भाजपा के समर्थन में लहर के मद्देनजर मुझे डेढ से दो लाख के अंतर से जीत मिलने की उम्मीद है.
मोदी कर चुके हैं हुसैन के लिए रैली
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने भी इस सप्ताह की शुरूआत में भागलपुर में एक बड़ी रैली की थी. हुसैन ने राजनीतिक समीकरण के बारे में कहा, हम लोजपा के साथ गठबंधन के जरिए दलित मत का समर्थन हासिल करने में सफल रहे हैं. हमने जद यू के अलग होने के बाद जो खोया था, यह उससे भी अधिक है. इस क्षेत्र में कुल मतदाताओं में से करीब 12 प्रतिशत दलित और करीब 20 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं. इस बीच राजद के शैलेश कुमार ने हुसैन के दावों को नकारते हुए कहा, लोग विकल्प की तलाश कर रहे हैं और इस बार वे भाजपा उम्मीदवार को बाहर करने के लिए इस मौके का लाभ उठाएंगे.