scorecardresearch
 

वाराणसी में नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर फेंकी गई काली स्याही

वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने एक नारे को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर काली स्याही फेंकी.

Advertisement
X
नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो
नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो

वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने एक नारे को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर काली स्याही फेंकी. यह विवाद 'हर-हर मोदी, घर-घर मोदी' नारे को लेकर शुरू हुआ है. धर्म गुरु और स्थानीय बुद्धिजीवी ने भगवान शिव से मोदी की तुलना करने वाले इस नारे पर आपत्ति जताई है.

Advertisement

पार्टी ने आधिकारिक रूप से इस नारे से दूरी बरत ली है. लेकिन सपा के नाराज कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मोदी के पोस्टर पर काली स्याही फेंक दी.

सड़कों पर उतर आए सपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर मोदी की तुलना महादेव (भगवान शिव) से करने का आरोप लगाया. सपा समर्थकों ने इस नारे का मजाक उड़ाते हुए एक पोस्टर जारी किया है. पोस्टर में लिखा है, 'थर-थर मोदी, डर-डर मोदी.’ यह पोस्टर इलाहाबाद के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पार्टी नेता अरुण गुप्ता ने चिपका दिए हैं.

बीजेपी ने भी इस नारे का चुनाव प्रचार के लिए कई स्थानों पर इस्तेमाल किया था, लेकिन इसे लेकर बढ़ते विवाद के बाद पार्टी ने रविवार को इसे हटा लिया. विपक्षी पार्टियों ने मोदी की तुलना भगवान शिव से करने पर बीजेपी की आलोचना की है.

Advertisement

गौरतलब है कि शंकराचार्य स्वरूपानंद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से बात कर इस नारे पर अपनी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद बीजेपी ने कहा था कि यह पार्टी का आधिकारिक नारा नहीं है, बल्कि पार्टी का आधिकारिक नारा 'अबकी बार, मोदी सरकार' है.

मोदी ने भी रविवार को ट्विटर पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों से इस नारे का इस्तेमाल न करने की अपील की थी.

Advertisement
Advertisement