बीएसपी पश्चिमी यूपी में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए संगठन का दो चक्रीय घेरा बनाएगी. इसका फैसला लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की समीक्षा के दौरान किया गया. पार्टी प्रमुख मायावती ने पश्चिमी यूपी को एक जोन बनाते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहित 14 वरिष्ठ और युवा नेताओं को जोन कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी है.
मायावती पिछले चार दिनों से पार्टी के आला नेताओं और जिम्मेदार पदाधिकारियों के साथ पार्टी की हार की समीक्षा और नए सिरे से संगठन के गठन का काम कर रही थीं. शुक्रवार को उन्होंने पश्चिमी यूपी के मेरठ, बरेली, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल की समीक्षा और नए सांगठनिक ढांचे में जोन कोऑर्डिनेटर, लोकसभा प्रभारी व जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का काम अपने स्तर से पूरा किया. पश्चिमी यूपी के इन चारों मंडलों को एक जोन का शक्ल दिया गया है. इस जोन की जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व कोऑर्डिनेटर अतर सिंह राव और रणधीर कश्यप को सौंपी गई है.
इससे पहले संकेत दिया गया था कि सिद्दीकी को फिलहाल दिल्ली का ही काम सौंपा जाएगा. लेकिन शायद ऐसा करने से यूपी के मुस्लिमों में गलत संदेश जाने का अंदेशा था. ऐसे में उन्हें दिल्ली के साथ यूपी से भी जोड़े रखने का फैसला हुआ. सिद्दीकी बीएसपी के मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं. इस टीम में मायावती ने राव का भी कद बढ़ाया है. वह पहले मंडल के कोऑर्डिनेटर हुआ करते थे. ये तीनों कोऑर्डिनेटर चारों मंडलों में संगठन की संयुक्त रूप से जिम्मेदारी निभाएंगे.
पश्चिमी यूपी के इस जोन में इन कोऑर्डिनेटर के अलावा अलग-अलग मंडल स्तरीय जोन कोऑर्डिनेटर भी बनाए गए हैं. मेरठ मंडल का जोन कोऑर्डिनेटर मुकेश जाटव और सुरेश कश्यप को, सहारनपुर का नरेश गौतम और राम निवास पाल को, मुरादाबाद मंडल का जोन कोऑर्डिनेटर गिरीश चंद्र जाटव, डॉ. संजीव लाल और चंद्रपाल सैनी को बनाया गया है. बरेली मंडल की कमान राममूर्ति, पीपी भारती, मुन्ना लाल कश्यप और राज कुमार पाल को सौंपी गई है.