बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी 500 से ज्यादा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है. पार्टी ने सभी राज्यों से लोकसभा उम्मीदवारों का जो रोडमैप खींचा है, उसमें उम्मीदवारों की संख्या का आंकड़ा पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले अधिक है.
सबसे अधिक 500 प्रत्याशी उतारने का पिछला रिकॉर्ड भी बसपा के ही नाम है. यूपी की सभी सीटों के लिए बसपा संभावित उम्मीदवार पहले की तय कर चुकी है. पार्टी प्रमुख मायावती मार्च के पहले हफ्ते में देशभर के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती हैं.
14 अप्रैल 1984 को अस्तित्व में आई बसपा ने साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भी देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में अपने 500 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे जबकि चुनाव में गठबंधन के चलते कांग्रेस ने कुल 543 में से 440 सीटों पर तथा भारतीय जनता पार्टी ने 443 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे.
अपनी कामयाब 'सोशल इंजीनियरिंग' के सहारे 2007 में यूपी विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करके राज्य की सत्ता पर काबिज होने वाली बसपा 2012 के विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त की कसक से उबरकर आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है.
2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने देश में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य यूपी की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारमें उतारे थे. इसके अलावा पार्टी ने दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर, बिहार की 39 सीटों पर, आंध्र प्रदेश की 40 सीटों पर, गुजरात की 24 सीटों पर, महाराष्ट्र की 27 सीटों पर, मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर, तमिलनाडु की 37 सीटों पर और पश्चिम बंगाल की 41 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे.
पार्टी ने हरियाणा की 10, पंजाब की 13, छत्तीसगढ़ की 12, झारखंड की 12, उत्तराखंड की 5 और चंडीगढ, अंडमान-निकोबार और पुदुचेरी की सीटों के साथ लोकसभा की 500 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे थे.
अपने प्रत्याशियों की सूची का ऐलान करके बसपा आगामी चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कब्जा करने की पुरजोर कोशिश में जुटी है ताकि त्रिशंकु लोकसभा की स्थिति में केन्द्र सरकार में बसपा 'बैलेंस आफ पावर' बन सके.
इस साल 15 जनवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर राजधानी लखनऊ में संपन्न रैली में बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया था कि उनकी पार्टी लोकसभा के आगामी चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों समेत देश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
इस चुनाव में बसपा किसी भी अन्य पार्टी से कोई गठबंधन अथवा तालमेल नहीं करेगी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि भले ही सभी सीटों पर जीत दर्ज कराना हमारे लिए असंभव है लेकिन इससे पार्टी का जनाधार निश्चित रूप से बढ़ेगा.