सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शानदार सक्रियता ने 'अबकी बार, मोदी सरकार' के नारे को खूब धार दी थी. नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद अब उनके सबसे खास सिपहसालार अमित शाह को यूपी का सीएम प्रोजक्ट करने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान शुरू हो गया है.
समर्थकों ने बाकायदा फेसबुक पर 'अमित शाह फॉर यूपी सीएम' नाम से चार ग्रुप बना दिए हैं. इसके सदस्यों में जिनके नाम है, वे खुद को बीजेपी के विभिन्न प्रकोष्ठों से जुड़ा बता रहे हैं. पिछले दो लोकसभा चुनाव में दस सीट पर सिमटी भाजपा खुद इस बार अपने प्रदर्शन से हैरान है. यूपी प्रभारी अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी ने सहयोगी दल के साथ 80 में 73 सीटें जीती हैं. इसमें सात ऐसी सीटें भी शामिल हैं, जिनको बीजेपी कभी जीत नहीं सकी थी. जाहिर है इस सफलता के बाद अब पार्टी का फोकस विधानसभा चुनाव पर बढ़ेगा.
बीजेपी के सामने एक बड़ी समस्या यह है कि यूपी में वह किसको अपना चेहरा प्रोजेक्ट कर चुनावी बिगुल फूंकेगी. ऐसे में सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर समर्थकों का अमित शाह के समर्थन में माहौल बनाने का काम शुरू हो गया है. फेसबुक पर बने 'अमित शाह फॉर यूपी सीएम' नाम के एक ग्रुप में 467 मेंबर हैं. इसके सदस्यों में सिख सेल, आईटी सेल से लेकर बीजेपी के यूपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ तक के लोग शुमार हैं.
ग्रुप के पेज पर खास तौर पर शाह के काम और रणनीति को तवज्जो देती हुए खबरों को शेयर किया गया है. इसके अलावा शाह के नाम पर तीन पेज और हैं, जिनमें मेंबर की संख्या कम है, लेकिन मकसद सबका एक जैसा ही है. हालांकि, बीजेपी इस मामले को समर्थकों का उत्साह बता रही है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी कहते हैं कि लोकतंत्र में समर्थकों को अपनी राय व्यक्त करने का पूरा अधिकार है. नेता कौन होगा, यह निर्णय पार्टी ही करेगी.