विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कांग्रेस एवं केजरीवाल उस कार्टून सीरिज के पात्र मोटू-पतलू की तरह हैं जो भ्रष्टाचार में भाई-भतीजावाद में बराबर के सांझीदार हैं. कांग्रेस ने जल बोर्ड सहित दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में जो भ्रष्टाचार के पौधे लगाएं थे. वह केजरीवाल शासन में पेड़ बन कर सरकार के मंत्रियों के लिए लाभ का साधन बन गया हैं. उन्होंने कहा कि जल मंत्री कपिल मिश्रा बताएं कि उन्होने एक वर्ष में टैंकर माफिया को हटाने के लिए क्या कदम उठाएं और नहीं तो फिर सरकार स्वयं भ्रष्टाचार को पोषित कर रही है.
विजेन्द्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वेब पोर्टल पर दिए उस बयान पर सवाल उठाया है. जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर मेरी सरकार टैंकर, शिक्षा एवं बिजली माफिया से समझौता कर लेती तो मेरा जीवन बड़ा आसान हो जाता. उस पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से पूछा कि यदि उन्होंने टैंकर माफिया से समझौता नहीं किया है तो फिर आखिर कैसे 2012 में शीला दीक्षित सरकार द्वारा जल बोर्ड में शुरू किया पानी टैंकर घोटाला आज तक बदस्तूर कैसे चल रहा है.
विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि 2016 के मध्य में केजरीवाल सरकार द्वारा बनाई जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद भाजपा के दबाव में जल मंत्री कपिल मिश्रा ने ए.सी.बी. में शिकायत तो दर्ज कराई पर न तो आज तक उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही जल बोर्ड के घोटालेबाज ठेकेदारों या सरकारी अफसरों पर कोई कानूनी कार्रवाई हुई.
बीजेपी ने कहा कि जल मंत्री कपिल मिश्रा सभी पर आरोप-प्रत्यारोप करते हैं हम उनसे जानना चाहते हैं कि उन्होंने गत एक वर्ष में टैंकर माफिया को हटाने के लिए क्या कोई वैकल्पिक कार्य योजना तैयार की अगर ऐसा नहीं है तो निश्चित है कि सरकार स्वयं भ्रष्टाचार को पोषित कर रही हैं.