कर्नाटक विधानसभा चुनाव को अब 7 दिन की बचे हैं. वहीं इस चुनाव में बाबरी मस्जिद की एंट्री हो गई है. एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हुबली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि 1993 में इसी कांग्रेस ने कहा था कि बाबरी मस्जिद को दोबारा बनाया जाएगा लेकिन वह अपने वादे को भूल गई.
उन्होंने कहा कि लोग कांग्रेस के नाटक को देख रही है. इन्होंने कहा कि वे बजरंग दल को बैन कर देंगे, क्या 1993 में कांग्रेस ने यह फैसला नहीं लिया था कि बाबरी मस्जिद को दोबारा वहीं पर बनाएंगे? क्या तुमने (कांग्रेस) बनाया? कोर्ट का फैसला आया तो तुमने कहा- बहुत अच्छा है. अब कांग्रेस के नेता कहेंगे कि देखो ओवैसी कर्नाटक इलेक्शन बाबरी मस्जिद का मुद्दा उठा रहा है. उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस ने जगदीश शेट्टार को अपनी पार्टी में शामिल कर दिया. उनकी जिंदगी आरएसएस से शुरू हुई. वह बीजेपी के संस्थापकों में से एक हैं. यह क्या है?
दलित-मुसलमान परेशान तो कांग्रेस उसके लिए जिम्मेदार
ओवैसी ने अपने भाषण में कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि इस देश में दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक समाज का मुसलमान अगर परेशान है तो बेशक वह बीजेपी-आरएसएस की विचारधारा की वजह से परेशान है लेकिन इसमें कांग्रेस पार्टी का भी रोल उतना ही है. अगर आपको यह लगता है कि ये लोग बोले रहे हैं तो करेंगे तो याद रखो मजबूरी की हालत में कांग्रेस को वोट मत दो. कल तक आप कांग्रेस को वोट देते थे क्योंकि आपके पास बेहतर विकल्प नहीं था. आज आपके सामने आकर ओवैसी भीख मांग रहा है कि मुझे वोट दो, मुझे कामयाब करो.
ओवैसी ने आगे कहा कि कांग्रेस कहती है कि बीजेपी ने मुझे कर्नाटक में मुस्लमानों का वोट बांटने के लिए भेजा है लेकिन यह सब बकवास है. इसके बाद उन्होंने तंज कसा- मैंने ही राहुल गांधी को हरा दिया. उनके विधायक बीजेपी में भाग गए. मैंने ही उनको जाने को बोला था. हम कर्नाटक में केवल दो सीटों पर ही चुनाव लड़ रहे हैं. इसके बाद उन्होंने एक कहावत कही-नाच न जाने आंगन टेढ़ा. कांग्रेस का मामला ऐसा ही है.
जिन्ना भी ऐसा घोषणापत्र नहीं जारी करते: हिमंत सरमा
नफरत फैलाने वाले संगठनों में पीएफआई के साथ बजरंग दल का नाम शामिल करने पर बीजेपी कांग्रेस को घेर लिया है. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि कांग्रेस का घोषणापत्र दिखाता है कि यह पूर्ण रूप से मुस्लिम लीग का घोषणापत्र है. जिन्ना भी ऐसा घोषणापत्र नहीं जारी करते. हमारे गृह मंत्री ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया था और अब कांग्रेस कह रही है कि वे बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएंगे. वहीं विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना देशद्रोही और पीएफआई से कर दी. देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी.’