वाराणसी लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने को लेकर कांग्रेस पार्टी के बीच माथा पच्ची जारी है. पार्टी आलाकमान चाहता है की बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार को उतारा जाए ताकि जनता के बीच मजबूत संदेश जाए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तो प्रियंका गांधी को बनारस से लड़ाने की मांग कर डाली है. कांग्रेस के सहयोगी एनसीपी के नेता तारिक अनवर ने भी प्रियंका का समर्थन किया है.
तारिक अनवर ने 'आज तक' से कहा, 'प्रियंका गांधी एक अच्छी उम्मीदवार होंगी और मोदी को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. मैं समझता हूं कि लड़ाई जमेगी, कड़ी चुनौती होगी. सभी सेक्यूलर दलों का एक उम्मीदवार होना चाहिए. ताकि मोदी को हरा सकें. साझा उम्मीदवार के तौर पर प्रियंका के नाम पर बाकी सेक्युलर पार्टियों को भी मनाने में मुश्किल नहीं होगी.'
इससे पहले कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने भी मोदी के खिलाफ विरोधी दलों को एक साझा उम्मीदवार खड़ा करने की मांग की थी. गौरतलब है कि कांग्रेस खेमे में पिछले कई दिनों से कई नामों पर चर्चा चल रही है. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति भी बनारस सीट को लेकर गहन चिंतन कर रही है. पार्टी के भीतर अजय राय, राजेश मिश्र, मोहन प्रकाश और अनिल शास्त्री के नाम पर चर्चा हो रही है तो दिग्िवजय सिंह और आनंद शर्मा जैसे दिग्गज नेता भी मोदी के खिलाफ लड़के के लिए ताल ठोक रहे हैं.
हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि क्या कांग्रेस प्रियंका के नाम का तुरुप का इक्का इस्तेमाल करेगी ? पार्टी के नेता इस बात को न तो स्वीकार कर रहे हैं, ना ही नकार रहे हैं.
गुजरात कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल कहते हैं, 'यह पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति तय करेगी कि बनारस से कौन उम्मीदवार होगा. लेकिन, हमारा कैंडिडेट तगड़ा होगा. केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा, 'मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि मोदी एक चमत्कारिक नेता हैं पर बनारस में मुकाबला कांग्रेस बनाम बीजेपी होगा, ये तय है.
वैसे भी ये पहली बार नहीं है कि प्रियंका को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग उठी है. लेकिन बार बार कांग्रेस पार्टी ने यही दोहराया है कि प्रियंका की भूमिका अमेठी और रायबरेली तक ही सीमित है.