राजधानी में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया लेकिन पार्टी के कई नेता और प्रवक्ता इस बात से खुश नज़र आ रहे हैं कि बीजेपी को भारी धक्का लगा है. उनका मानना है कि उनकी पार्टी तो बुरे दौर से गुजर रही है लेकिन बीजेपी की भी दुर्दशा हो गई है.
विभिन्न चैनलों में आए हुए कांग्रेसी नेताओं ने माना कि उनकी पार्टी की हालत खराब थी और उसके सुधरने की कोई संभावना नहीं थी लेकिन उन्होंने इस बात पर खुशी ज़ाहिर की कि आम आदमी पार्टी बीजेपी का विजय रथ रोकने में सफल रही.
इतना ही नहीं वे इस बात से भी खुश दिखे कि बीजेपी की परंपरागत सीटों पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा कर लिया. हालांकि उनके बड़े नेता साफ तौर से कुछ कहते नज़र नहीं आए लेकिन उनके स्वर से स्पष्ट था कि वे बीजेपी की पराजय से खुश हैं. उनका कहना था कि उनकी पार्टी के लिए इस चुनाव में कुछ बी दांव पर नहीं था इसलिए सीटें आएं या नहीं, कोई फर्क नहीं पड़ता.
दिल्ली में कांग्रेस एक विभाजित घर की तरह थी जिसमें शीला दीक्षित और अजय माकन के बीच टकराव साफ दिखाई दे रहा था और दोनों के समर्थकों में टकराव हो रहा था.