पिछली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद बीजेपी सरकार बनाने से दूर रह गई. इस बार पार्टी बहुमत के आंकड़े हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. तभी तो पार्टी ने अपनी सभी सांसदों को दिल्ली में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंप दी है. यह रणनीति बनाई है पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने. दिल्ली: ईरानी होंगी 'तुरुप का इक्का'
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली चुनाव में बीजेपी के 282 लोकसभा और 43 राज्यसभा सांसद पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे. पार्टी आलाकमान ने एक चिट्ठी जारी करके सभी सांसदों से चुनाव प्रचार के लिए अपनी उपलब्धता की जानकारी देने को कहा है. पार्टी के सभी सांसदों से पूछा गया है कि वे किस क्षेत्र में प्रचार करना चाहेंगे. पार्टी इस बात का भी ख्याल रख रही है कि कौन से इलाके में किस राज्य के लोग रहते हैं, इसी के आधार पर चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी बांटी जाएगी.
सूत्रों ने बताया कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच सभी सांसद 7 दिन के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. कैंपेन का वक्त शाम 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक का होगा. करीब 2000 जनसभाओं का आयोजन किया जाएगा. इन बैठकों करीब 100 लोग होंगे. पिछले चुनाव की तरह इस बार भी बीजेपी कार्पेट बॉम्बिंग की रणनीति से साथ उतरेगी.