दिल्ली में 1 जून 2014 तक की अवैध कॉलोनियों को नियमित करने के केंद्र के एलान के बाद दिल्ली में बीजेपी को जबरदस्त सियासी फायदा होने की उम्मीद है. इस एलान के बाद बीजेपी ने कॉलोनियों में एक सर्वे कराया.
पार्टी का दावा है कि सर्वे में 70 फीसदी लोगों ने केंद्र के एलान पर भरोसा जताया है. इसके साथ ही 65 फीसदी लोगों ने माना है कि एलान के बाद वोट को लेकर वो अपना मन बदलेंगे. पार्टी को भरोसा है कि कॉलोनियों से जुड़ी 29 में से कम से कम 27 सीटों पर उन्हें जीत मिलेगी.
2015 चुनाव के लिए 16 बिंदु
इस बीच, बीजेपी का घोषणापत्र लगभग तैयार है. यह एक ऐसा घोषणापत्र जिसमें वो तमाम मुद्दे हैं जो हर राजनीतिक पार्टी के लिए साझा हैं. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा से लेकर भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास तक...सबकुछ. बिजली पानी और झुग्गी तो हमेशा से दिल्ली में वोट दिलाने और चुनाव जिताने वाले मुद्दे रहे हैं. लेकिन इस बार बीजेपी ने रेहड़ी पटरी तक को शामिल कर ये संदेश देने की कोशिश की है कि विरोधी आप और कांग्रेस के लिए वो कोई मुद्दा नहीं छोड़ने वाली. अब ये साफ हो गया है कि बीजेपी इन मुद्दों पर चुनाव लड़ने जा रही है.
इन मुद्दों को किया गया है शामिल
1. भ्रष्टाचार, मंहगाई, पेयजल की व्यवस्था, बिजली, गरीबों के लिए घर
2. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाएं, ग्रामीण क्षेत्र का विकास, रेहड़ी पटरी
3. महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण, यातायात व्यवस्था एवं ट्रैफिक जाम की समस्या
4. महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड केंद्र के साथ
5. 1984 के दंगा पीड़ितों को न्याय व आर्थिक सहायता
कार्यसमिति की बैठक में दिल्ली के सांसदों को इन्हीं बिंदुओं के ईद-गिर्द काम करने की जिम्मेदारी दी गई.