कौन होगा दिल्ली में बीजेपी का सीएम उम्मीदवार, इसे लेकर पार्टी के अंदर शुरू हुआ घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा. दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल अपने बगावती तेवर पर कायम हैं.
आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में विजय गोयल ने कहा कि सीएम उम्मीदवारी के लिए उन्हें पार्टी के सामने शक्ति दिखाने की जरूरत नहीं. पिछले 8 महीने में किया गया शानदार काम उनके पार्टी के नेताओं को दिख रहा है.
दरअसल, डॉ. हर्षवर्धन को बीजेपी की ओर से सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने की खबरों के बीच विजय गोयल ने विद्रोही रुख अख्तियार कर लिया है. उन्होंने धमकी देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कहा है कि यदि डॉ. हर्षवर्धन को सीएम उम्मीदवार बनाया गया, तो वे पार्टी के लिए काम करना छोड़ देंगे.
गुरुवार को जब विजय गोयल से पार्टी के अंदर सीएम प्रत्याशी को लेकर चल रहे घमासान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'लोगों को इससे मतलब नहीं कि पार्टी का नेता कौन है. लोग ये जानना चाहते हैं कि दिल्ली के कायाकल्प के लिए बीजेपी का विजन क्या है.'
सीएम पद की दावेदारी पर विजय गोयल ने कहा, 'मुझे शक्ति दिखाने की जरूरत नहीं, 8 महीनों में मैंने जो काम किया है, वो मेरी पार्टी और नेताओं को दिख रहा है.' हालांकि उन्होंने यह भी माना कि इस रेस में वे अकेले नहीं हैं.
आपको बता दें कि सीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर डॉ. हर्षवर्धन का नाम उछलने के बाद गोयल ने अपनी दावेदारी के लिए सारे पत्ते खोल दिए. बवाल बढ़ता देख दिल्ली के चुनाव प्रभारी नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की. साथ ही एक बयान जारी कर बता दिया कि सीएम पद के उम्मीदवार का फैसला संसदीय बोर्ड में लिया जाएगा. लेकिन इसको लेकर पार्टी के भीतर मची खलबली अभी शांत होती नहीं दिख रही.