आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा में बीजेपी को नेता विपक्ष का पद देने पर कोई फैसला नहीं किया है. गुरुवार को पटपड़गंज से विधायक और भावी डिप्टी सीएम बताए जा रहे मनीष सिसोदिया ने कहा कि पार्टी ने अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन वह इस बारे में विचार करेगी.
उन्होंने कहा, 'कम से कम बीजेपी को इसकी मांग तो करने दीजिए. अभी हमने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है.' याद रहे कि वरिष्ठ AAP नेता कुमार विश्वास ने नतीजों के दिन 10 फरवरी को ट्वीट कर कहा था कि अगर बीजेपी सात से कम सीटें भी लाई, तब भी हम उसे नेता विपक्ष का पद देंगे.
Even if BJP gets less thn 7 seats we will give LOP to BJP. लोकतन्त्र स्वीकार से चलता है.
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 10, 2015
गौरतलब है कि किसी विधानसभा या लोकसभा में नेता विपक्ष का पद उसी पार्टी के व्यक्ति को दिया जा सकता है जिसने कम से कम 10 फीसदी सीटें जीती हों. हालिया चुनाव नतीजों में बीजेपी की करारी हार हुई है और उसे 70 में सिर्फ 3 सीटें मिली हैं.हालांकि संविधान के जानकार बताते हैं कि सरकार चाहे तो अपनी मर्जी से 10 फीसदी से कम सीटें जीतने वाली पार्टी को भी विपक्ष का पद दे सकती है. लोकसभा में कांग्रेस ने सिर्फ 44 सीटें जीती थीं जो 10 फीसदी से कम हैं. केंद्र की मोदी सरकार ने कांग्रेस को नेता विपक्ष का पद देने से इनकार कर दिया था.
वहीं वरिष्ठ बीजेपी नेता और रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि उनका AAP से नेता विपक्ष का पद मांगने का कोई इरादा नहीं है.