दिल्ली की विधानसभा इस बार पहले के मुकाबले न सिर्फ युवा होगी , बल्कि कम धनी भी होगी. इस विधानसभा में महिलाओं की हिस्सेदारी भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा होगी.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) ने अभूतपूर्व जीत हासिल की है. अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 70 सीटों में से 67 जीत ली हैं. AAP ने अपेक्षाकृत रूप से ज्यादा नौजवानों को टिकट दिया था. इस बार दिल्ली में विधायकों की औसत उम्र 43 वर्ष है. पिछली विधानसभा में जिसमें बीजेपी गठबंधन के 32, AAP के 28 और कांग्रेस के 8 विधायक थे, औसत उम्र 47.6 वर्ष थी.
अगर औसत संपत्ति की बात करें, तो इस बार भी विधानसभा कुछ कम अमीर है. पिछली बार विधायकों की औसत संपत्ति 10.8 करोड़ रुपये थी. लेकिन इस बार यह आंकड़ा घटकर 6.3 करोड़ रह गया है.
महिलाओं के प्रतिनिधित्व की बात करें तो फीसदी के लिहाज से यह आंकड़ा दोगुना हो गया है. इस बार दिल्ली विधानसभा में 8.6 फीसदी महिलाएं होंगी. पिछली विधानसभा में महिलाओं की हिस्सेदारी सिर्फ 4.3 फीसदी थी. इस बार विधानसभा में कुल 6 महिला विधायक होंगी. ये सभी आम आदमी पार्टी से हैं. इनमें राखी बिडलान, प्रमिला टोकस, अलका लांबा, सरिता सिंह और वंदना कुमारी शामिल हैं.