scorecardresearch
 

दिल्ली चुनावः सीमापुरी में 'विकास' नहीं एसिड अटैक है मुद्दा

सीमापुरी के लोगों का कहना है कि हम उसी सरकार को वोट देंगे, जो सरकार यहां के इलाकों में एसिड अटैक रुकवा देगी. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने इस आशय की खबर प्रकाशित की है.

Advertisement
X

दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियां अपने पूरे दमखम के साथ चुनावी वादे कर रही हैं. सस्ती बिजली और पानी के साथ विकास चुनावी वादों में सबसे ऊपर है, लेकिन दिल्ली के उत्तर पूर्व में स्थित सीमापुरी इलाके में पार्टियों से वहां की जनता कुछ और ही चाहती है. सीमापुरी के लोगों का कहना है कि हम उसी सरकार को वोट देंगे, जो सरकार यहां के इलाकों में एसिड अटैक रुकवा देगी. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने इस आशय की खबर प्रकाशित की है.

Advertisement

सीमापुरी निवासी राज कुमारी ने कहा, 'यहां पर एसिड अटैक की घटनाएं बहुत ज्यादा होती है. यहां तक कि हम अपने घरों से भी निकलने में डरते है. लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद इस पर किसी भी पार्टी के लिए यह कोई मुद्दा नहीं है. नेता केवल चुनाव के वक्त ही नजर आते हैं. यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बावजूद यहां पर एसिड की बिक्री पर कोई रोक नहीं लग पाई हैं. जिससे यहां पर एसिड की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.

राजकुमारी के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव में महिला सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा, 'पार्टियां इस बार हमसे वादे कर रही हैं कि इस ओर उनका पूरा ध्यान है. ऐसी घटना दोबारा न हो इसलिए वे कोर्ट के आदेश में सुधार करके सभी सामान्य रास्तों पर सीसीटीवी भी लगवाएंगे. ताकि इन घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.'

Advertisement

वहीं नंदनगरी में रहने वाली सरिता का कहना है कि अगस्त में दो लड़कों ने 25 वर्षीय एक लड़की के ऊपर एसिड अटैक किया था. इससे उसका पूरा चेहरा खराब हो गया. सरिता कहती हैं कि ऐसी घटनाओं के चलते उन्हें घर से निकलने में डर लगता है.

दूसरी ओर कांग्रेस हो या बीजेपी या फिर आम आदमी पार्टी सभी राजधानी में महिलाओं को सुरक्षा देने वादा कर रही हैं.

Advertisement
Advertisement