दिल्ली में मतदान को अब सिर्फ दो दिन बचे हैं. रैलियों के बाद गुरुवार को रोड शो का शोर भी खत्म हो जाएगा. लेकिन दिल्ली पुलिस का मानना है कि सात फरवरी को वोटिंग से पहले पार्टी और नेता मतदाताओं को लुभाने का हरसंभव प्रयास कर सकते हैं. इसमें वोट के लिए नोट और लालच देने की आशंकाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. लिहाजा पुलिस अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने बुधवार को इस बाबत एक दिशा-निर्देश जारी किया है. इसमें 45 ऐसे नए तरीकों का जिक्र किया है, जिसके जरिए नेता और पार्टी वोटरों को वोट के लिए रिश्वत की पेशकश कर सकते हैं. इसके साथ ही 150 ऐसे संवदेनशील इलाकों की भी पहचान की गई है, जहां प्रत्याशी मतदाताओं को रिश्वत या लालच दे सकते हैं.
झुग्गी-झोपड़ी पर खास नजर
ताजा जारी दिशा-निर्देश में जिन इलाकों को चिन्हित किया गया है, उनमें नई दिल्ली और दक्षिण दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाके प्रमुख हैं. इस पूरी कवायद में सबसे अधिक दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के 50 इलाके शामिल हैं. दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, नई दिल्ली जिले में तिलक नगर, चाणक्यपुरी, तुगलक रोड, संसद मार्ग और मंदिर मार्ग सबसे संवेदनशील इलाके हैं. जबकि दक्षिण-पूर्वी जिले में ग्रेटर कैलाश, जंगपुरा और कालकाजी का इलाका सबसे अधिक संवेदनशील है.
स्पेशल ब्रांच की मदद से दक्षिण दिल्ली में 13 संवेदनशील इलाकों की पहचान की गई है, जिनमें डिफेंस कॉलोनी, मालवीय नगर, वसंत कुंज, लोधी कॉलोनी और साउथ कैंपस का इलाका मुख्य है.
क्रिकेट या फुटबॉल मैच पर भी नजर
दिल्ली पुलिस का मानना है कि प्रत्याशी इस दौरान अपने इलाकों में क्रिकेट या फुटबॉल मैच का अयोजन कर वोटरों को लुभाने और इसकी आड़ में लालच देने का खेल रच सकते हैं. पुलिस ने इस बाबत बीट कांस्टेबल से लेकर हर छोटे-बड़े अधिकारी को सचेत कर दिया है. इसके अलावा अधिकारियों से सभी मुखबिरों को भी काम पर लगा देने के निर्देश दिए गए हैं. क्राइम ब्रांच ने कुछ फोन कॉल को भी इंटरसेप्ट किया है और शक है कि अगले दो दिनों में पुलिस वैन से लेकर एंबुलेंस आदि के जरिए बड़ी मात्रा में पैसे और शराब की खेप दिल्ली में बांटी जा सकती है.
वोटर को ऐसे भी दी जा सकती है रिश्वत-
1) अखबार के साथ लिफाफे में पैसे डालकर बांटा जा सकता है.
2) दूध के पैकेट के साथ लिफाफे में पैसे डालकर वोटरों का लालच दिया जा सकता है.
3) कम अवधि के लिए लोन की पेशकश की जा सकती है.
4) कूपन सेल के जरिए पार्टी या नेता कालाधन बना सकते हैं.
5) वोटरों को प्रभावित करने वाले स्थानीय लोगों में बंट सकता है पैसा.
6) गांवों में टीवी, फ्रीज, एसी, वीडियो कैमरा भी बांटा जा सकता है.
7) सामूहिक विवाह या ऐसे किसी कार्यक्रम का आयोजन.
8) पेट्रोल पंप के जरिए मुफ्त में पेट्रोल या कम दाम में तेल का बंटवारा.
9) गांवों में गाय, भैंस, सोलर लैंप बांटा जा सकता है.
10) शराब या ड्रग भी बांटे जा सकते हैं.