दिल्ली चुनाव में 'चलों चलें मोदी के साथ' का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ओपिनियन पोल्स के बाद बैकफुट पर आती दिख रही है. चुनाव से दो दिन पहले पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि दिल्ली चुनाव के आने वाले नतीजों को नरेंद्र मोदी सरकार के काम पर जनमत के रूप में न देखा जाए.
हालांकि उन्होंने AAP को बहुमत का दावा करने वाले सभी ओपिनियन पोल को खारिज किया और विश्वास जताया कि बीजेपी दिल्ली में 'बड़े बहुमत से' सरकार बनाएगी और किरण बेदी मुख्यमंत्री होंगी. हालांकि कुछ ही दिनों पहले के इंटरव्यू में अमित शाह ने बीजेपी को दो-तिहाई बहुमत मिलने का दावा किया था.
वेंकैया नायडू ने भी दिया था ऐसा बयान
इससे पहले केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता वेंकैया नायडू भी दिल्ली चुनाव को मोदी सरकार के काम से न जोड़ने का बयान दे चुके हैं. उन्होंने बुधवार को कहा था, 'यह सही है कि भारत सरकार के काम का असर राज्य के चुनावों पर पड़ता है. लेकिन यह चुनाव मुख्यमंत्री पद के लिए है. राज्य से जो जनमत मिलेगा, वह केंद्र के काम-काज पर नहीं होगा.'
हालांकि अमित शाह ने एक टीवी चैनल से बातचीत में वेंकैया के बयान का भी बचाव किया. उन्होंने कहा, 'वेंकैया जी ने यह नहीं कहा. उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव मुख्यमंत्री चुनने के लिए हैं, प्रधानमंत्री के लिए नहीं. आप भी संविधान जानते हैं.'
अमित शाह ने उन ओपिनियन पोल को भी खारिज किया जिसमें AAP को विजेता बताया जा रहा है. साथ ही उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह अंदरूनी सर्वे जारी करके 'हीरो बनने की कोशिश' कर रहे हैं.
(इनपुट: पीटीआई)