जैसे जैसे दिल्ली विधानसभा के चुनाव करीब आते जा रहे हैं. मुकाबला कांटे का होता जा रहा है. एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने अनाधिकारिक रूप से यह स्पष्ट कर दिया है कि आगामी चुनाव में वे नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में होंगे. वहीं, कांग्रेस भी पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को इसी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारने की रणनीति बना रही है.
सूत्रों के मुताबिक शीला दीक्षित नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ सकती है. हालांकि हाल में दिए गए एक इंटरव्यू में शीला दीक्षित ने किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार किया था. लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री अपना फैसला बदल भी सकती है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, 'शीला दीक्षित के अनुभव और काम को देखते हुए पार्टी विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की लिस्ट में भी उनका नाम जोड़ सकती है. पार्टी आलाकमान भी चाहता है कि शीला दीक्षित चुनाव लड़े ताकि केजरीवाल के खिलाफ माहौल का फायदा उन्हें मिल सके और कांग्रेस अपनी जमीन बनाए रख पाए.'
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रभारी पी.सी. चाको ने शुक्रवार को कहा, 'दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनावों में शीला दीक्षित पार्टी की स्टार कैंपेनर होगी.'
हालांकि इसके अलावा नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए जिन उम्मीदवारों के नाम चर्चा में है, उनमें शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित और उनकी छोटी बहन रमा धवन के साथ पूर्व मेयर फरहाद सूरी का नाम भी चर्चा में है.
सूत्रों के मुताबिक शीला दीक्षित अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रही है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट उनकी छोटी बेटी को टिकट मिल जाए. पार्टी के एक दूसरे नेता के मुताबिक, 'यदि शीला दीक्षित चुनाव नहीं लड़ती है, तो वह चाहेगी कि उनके किसी करीबी को टिकट मिल जाए.'