महाराष्ट्र की राजनीति में धूम मचा देने वाले देवेन्द्र फड़नवीस बीजेपी के उन नेताओं में हैं जिन्हें पार्टी के आलाकमान का पूरा समर्थन है. 44 साल के फड़नवीस टेलीविजन पर पार्टी के समर्थन में बहस करते देखे जाते थे. शांत और मृदु स्वभाव के देवेन्द्र फड़नवीस विपक्ष की बेंच पर बैठकर विधानसभा में जबर्दस्त बहस करते थे. अब वह महाराष्ट्र के नए हीरो बन चुके हैं.
फड़नवीस ब्राह्मण परिवार के हैं और उनके पिता गंगाधर राव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में रहे. फड़नवीस के पिता राज्य विधान परिषद के भी सदस्य रहे. देवन्द्र ने लॉ से स्नातक किया और उसके बाद उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की. उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की भी पढ़ाई की. छात्र जीवन में वह आखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे.
1999 में फड़नवीस ने पहला चुनाव जीता और उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वह नागपुर के सबसे कम उम्र के मेयर भी रहे.