बिहार में चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद की कुर्सी को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री और अब एनडीए गठबंधन का हिस्सा जीतनराम मांझी ने कहा है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर चर्चा सड़क पर नहीं होनी चाहिए. उधर आरजेडी से अलग हुए पप्पू यादव ने अपने पूर्व बॉस लालू यादव को 'कंस का वंशज' बता दिया है.
एनडीए की बैठक में हो चर्चा: मांझी
चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में सियासी बयानबाजी और एक-दूसरे पर टीका-टिप्पणी तेज हो गई है . मांझी ने सीएम पद के लिए लिए आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा का नाम उछाले जाने पर संकेतों में नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि सीएम उम्मीदवारी पर चर्चा सड़क पर नहीं, एनडीए की बैठक में होनी चाहिए. पटना में मंगलवार को एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए मांझी ने कहा, 'रामविलास पासवान चतुर और सुलझे हुए नेता हैं. मुझे नहीं लगता है कि मेरे एनडीए में शामिल होने से उन्हें कोई दिक्कत होगी. रही बात मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर तो मै यही कहूंगा कि सड़क पर बयान देने से एनडीए के नेता परहेज करें तो अच्छा रहेगा. इनसकी चर्चा एनडीए की बैठक में करें और तब बात को सार्वजनिक करें तो अच्छा रहेगा.'
मांझी से परहेज नहीं: पासवान
उधर रामविलास पासवान ने मांझी को अपना भाई बताते हुए उनसे कोई परहेज न होने की बात कही. उन्होंने कहा कि मांझी के एनडीए में आने से गठबंधन को फायदा होगा. उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी आरजेडी प्रमुख लालू यादव पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'रही लालू यादव की बात तो अपने घर में उनके साथ जो हो रहा है, वह मेरे यहां नहीं होता है. मेरी तारीफ और चिराग की बुराई करने से उनको कुछ फायदा नहीं होगा. हमारे पार्टी में चिराग का जो स्थान है वही रहेगा.'
कृष्ण नहीं, कंस के वंशज हैं लालू: पप्पू
वहीं आरजेडी से निकाले गए पप्पू यादव ने भी लालू पर निशाना साधा है. उन्होंने लालू पर कटाक्ष करते हुए उन्हें कंस और दुर्योधन का वंशज तक कह डाला. उन्होंने कहा, 'लालू यादव कंस और दुर्योधन के वंशज हैं. वे कृष्ण के वंशज नहीं हो सकते. उन्होंने यादवों का सर्वनाश कर दिया है. वह हमेशा अधर्म की तरफ मिल जाते हैं.'