लोकसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच धार्मिक नगरी वाराणसी में अब संभवत: 'हर हर मोदी' का नारा नहीं गूंजेगा. लेकिन इस नारे पर राजनीति जारी है. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इस पर चुटकी लेते हुए ट्वीट किया, ''शंकराचार्य की फटकार के बाद बीजेपी ने नारा वापस लिया. महाराज जी ने हिंदुओं का सम्मान रखा.' इस नारे पर स्वामी स्वरूपानंद की आपत्ति और 'आज तक' के शो के बाद बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया. ट्विटर पर उन्होंने बीजेपी समर्थकों से यह नारा न लगाने की अपील की.
Some enthusiastic supporters are using slogan "Har Har Modi…" I respect their enthusiasm but request not to use this slogan in the future.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2014
मोदी ने लिखा, 'कुछ उत्साहित समर्थक 'हर हर मोदी' का नारा लगा रहे हैं. मैं उनके उत्साह का सम्मान करता हूं, पर उनसे निवेदन करता हूं कि आगे से वह इस नारे का इस्तेमाल न करें.'
इससे पहले द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने भी इस नारे पर आपत्ति जताई थी. स्वरूपानंद ने इस बारे में संघ प्रमुख मोहन भागवत से भी बात भी की थी. उनका कहना था कि व्यक्ति पूजा नहीं होनी चाहिए.
स्वरूपानंद ने भागवत से बातचीत में कहा, 'बीजेपी गोलवलकर को भूल गई है क्या? नारा तो 'हर हर महादेव' का होता है. क्या अब भगवान शिव की जगह मोदी की फोटो लगेगी? भगवान की जगह मोदी को बैठा देंगे?'
विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी ने भी कहा कि 'हर हर मोदी' का नारा लगाना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, 'काशी की कोई भी जनता हर हर मोदी न कहे. इस नारे पर मोदी को स्पष्टीकरण देना चाहिए.'
हालांकि, इस मसले पर बीजेपी की ओर से भी सफाई दी गई थी. विवाद के तुरंत बाद बीजेपी प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि 'हर हर मोदी' पार्टी का नारा नहीं है. यह नारा समर्थक लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी का नारा 'अब की बार, मोदी सरकार' है.
संघ ने बीजेपी के इस नारे पर पहले ही आपत्ति जता दी है. गौरतलब है कि बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी गुजरात की वडोदरा सीट के अलावा यूपी की वाराणसी सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. जब से मोदी के वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान हुआ है, वाराणसी में पार्टी के कार्यकर्ता और मोदी के समर्थक 'हर हर मोदी, घर घर मोदी' के नारे लगा रहे हैं.