चुनाव आयोग आज दोपहर 2.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. इस दौरान चुनाव आयोग नगालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा.
इससे पहले निर्वाचन आयोग ने तीनों राज्यों में चुनावी तैयारियों का जायजा लिया था. पूर्वोत्तर के इन तीनों चुनावी राज्यों में आयोग ने चार दिवसीय दौरा किया था. इस दौरे में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के साथ दोनों आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय और अरुण गोयल भी थे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने तीनों राज्यों में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशकों के साथ-साथ राजनीतिक दलों के नुमाइंदों के साथ बैठकें की थी.
चुनाव आयोग के अधिकारी सबसे पहले 11 जनवरी को त्रिपुरा पहुंचें थे. यहां से नागालैंड और अंत में मेघालय का दौरा किया गया था. दरअसल, फरवरी में इन तीनों राज्यों में चुनाव होने हैं. इसके बाद अप्रैल मई में संभव है जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाएं. फिर मई में कर्नाटक और फिर नवंबर में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और मिजोरम के बाद साल के अंत यानी दिसंबर में तेलंगाना और राजस्थान में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है.
चुनावी तैयारी को लेकर बीजेपी की बैठक
आगामी चुनावों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी कर चुकी है. बैठक में प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. मीटिंग में राज्यों के मुख्यमंत्री और हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी आए थे.
आगे की रणनीति पर हुआ विचार
बैठक का उदेश्य था चुनावी मंथन, विपक्ष के एजेंडे का तोड़ और विदेशी धरती पर भारत की बढ़ती साख को कैसे भुनाया जाए. इन तीन मुद्दों पर कई घंटों तक बातचीत हुई, जेपी नड्डा ने अपने विचार रखे, आगे की रणनीति पर भी विचार हुआ.
गुजरात और हिमाचल का भी जिक्र
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीत चुके गुजरात चुनाव में बीजेपी को मिली अप्रत्याशित जीत का भी जिक्र हुआ. पार्टी ने सार निकाला कि उस जीत में सबसे बड़ा योगदान प्रो इनकमबैंसी का रहा. पार्टी के पक्ष में एक लहर चली और उसी वजह से 150 पार सीटों का आंकड़ा गया. हिमाचल चुनाव में हुई हार को लेकर भी पार्टी ने अपने विचार रखे.