चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता अमित शाह और सपा नेता आजम खान को भड़काऊ भाषण देने का दोषी पाया है. आयोग ने इन दोनों नेताओं के बयानों के लिए निंदा करते हुए दोनों को फटकार लगाई है. आयोग ने कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा के नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान की भी निंदा की है.
चुनाव आयोग ने भड़काऊ भाषण देने के मामले में कड़ा कदम उठाते हुए बीते शुक्रवार को यूपी के बीजेपी प्रभारी अमित शाह और राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खान के जनसभा, रोड शो और अन्य समारोह में भाग लेने पर रोक लगाई थी. साथ ही यूपी सरकार को इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
यूपी पुलिस ने शनिवार को मुजफ्फरनगर में अमित शाह के खिलाफ दो नई एफआईआर दर्ज की. शाह के खिलाफ एक केस ककरौली पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, जबकि दूसरा केस न्यूमंडी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है. वहीं गाजियाबाद जिला प्रशासन ने कारगिल युद्ध के बारे में विवादास्पद बयान देने के मामले में राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खां के खिलाफ केस दर्ज किया है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों अमित शाह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दंगाग्रस्त इलाके में जाटों की जनसभा में कहा था कि चुनाव के जरिए उनके पास बदला लेने का मौका है. वहीं, आजम खान ने आठ अप्रैल को समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नाहिद हसन के समर्थन में रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कारगिल युद्ध मुस्लिम सैनिकों की वजह से जीता गया था.
फिल्मों पर भी बैन
चुनाव आयोग ने उन अभिनेताओं की फिल्में दूरदर्शन पर दिखाने पर पाबंदी लगा दी है जो इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं.
यूपी के मुख्य चुनाव अधिकारी उमेश सिन्हा ने बताया, 'आयोग के निर्देशों के मुताबिक आचार संहिता लागू रहने के दौरान उन अभिनेताओं की फिल्मों का प्रसारण दूरदर्शन पर नहीं किया जाना चाहिए जो चुनाव लड़ रहे हैं.'
हालांकि, सिन्हा ने बताया कि इन अभिनेताओं के फिल्मों को सिनेमाघरों और निजी टीवी चैनलों पर दिखाए जाने पर रोक नहीं है.