दिल्ली में अगले बीस दिनों में चुनाव आयोग के करीब एक हजार खास जासूस तैनात होंगे. लोकसभा चुनावों में कहां शराब बंटेगी, कहां पैसों की बोरियों का मुंह खुलेगा, इन सब पर यही जासूस नजर रखेंगे. चुनाव आयोग ने इन लोकसभा चुनावों में ऐसे खास जासूसी दस्ते बनाने का फैसला किया है, जो आयोग को हर इलाके की पल-पल की खबर देंगे.
इस लोकसभा चुनाव में देश की राजधानी दिल्ली में चुनाव आयोग का साया हर ओर मौजूद रहेगा. चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वालों पर जासूसी निगाहें चौबीसों घंटे नजर रखेंगी. जासूस हर उस गड़बड़ी पर नजर रखेंगे जहां या तो शराब बांटी जाती है या वोट के लिए पैसों का लेन-देन होता है. चुनाव आयोग ने गड़बड़ी की संभावना वाले सभी इलाकों में ऐसे लोग भेज भी दिए हैं.
दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी विजय देव कहते हैं, 'ये हमारे आंख-कान होंगे. जो पल-पल की जानकारी देंगे.'
दरअसल, चुनाव आयोग ने दिल्ली समेत तमाम राज्यों को रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों, बैंक या प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों या फिर इसी तरीके के गैर सियासी लोगों की टोली बनाने को कहा है. हर इलाके में ऐसे 5-10 लोगों की तैनाती की जाएगी. किसी गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर इन लोगों को कार्रवाई करने का अधिकार तो नहीं होगा लेकिन किसी भी सूचना को ये सीधे जिले के चुनाव अधिकारियों तक पहुंचाएंगे. ये अपने स्तर पर वीडियो, फोटोग्राफ और ऑडियो के जरिए भी सबूत इकट्ठा करेंगे, जिसे सीधे आयोग की वेबसाइट पर भेजा जाएगा.
सिर्फ दिल्ली में ही पिछले विधानसभा चुनावों में ढाई सौ से ज्यादा ऐसे इलाकों की पहचान की गई थी जहां गड़बड़ी की आशंका थी. इन चुनावों ऐसे इलाकों के बढ़ने की बात कही जा रही है.