चुनाव आयोग ने गुरुवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को उनकी कथित जातिगत टिप्पणी को लेकर आगाह किया और इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनसे भविष्य में चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक मंचों पर बोलते समय अधिक सतर्क रहने को कहा.
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा, 'आयोग ने आपके जवाब पर सावधानी पूर्वक विचार किया और यह पाया कि आपने इस तरह का विवादित बयान देने से इनकार नहीं किया है...उन बयानों को उचित ठहराने के लिए आपकी ओर से जो तर्क दिये गए हैं उन्हें आयोग द्वारा विश्वसनीय नहीं पाया गया.'
लालू पर दर्ज हो चुकी है एफआईआर
आयोग ने लालू प्रसाद को याद दिलाया कि बयानों से समाज के विभिन्न वर्गों के बीच मतभेद बढ सकते हैं. साथ ही जाति और धर्म के आधार पर उन्हें भड़का सकते हैं. कथित रूप से जातिगत टिप्पणी करने को लेकर बिहार में लालू के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हो चुकी है. चुनाव आयोग ने उनके राघोपुर में दिए गए उनके कथित बयान को लेकर नोटिस दिया था.
राघोपुर में चुनाव प्रचार की शुरूआत करते हुए लालू ने विधानसभा चुनाव को अगड़ों और पिछड़ों के बीच सीधा मुकाबला करार दिया था और एनडीए को हराने के लिए यादवों और अन्य पिछड़ी जातियों से महागठबंधन का समर्थन करने की अपील की थी.
- इनपुट भाषा