बिहार विधानसभा चुनाव में कामयाबी हासिल करने के लिए सियासी पार्टियां अभी से अपना दांव आजमाने में जुट गई हैं. जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से 2 बार मुलाकात करके AAP का समर्थन मांगा है.
केजरीवाल की छवि से फायदा उठाने की चाह
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' ने यह खबर छापी है. दरअसल, बिहार में विधानसभा का चुनाव सितंबर-अक्टूबर में होने की संभावना है. जेडीयू चाहता है कि उसे इस चुनाव में अपेक्षाकृत 'साफ-सुथरी' AAP और इसके संयोजक अरविंद केजरीवाल का साथ मिल जाए. यह तय है कि AAP बिहार चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतार रही है. ऐसे में जेडीयू का दांव यह है कि AAP उसके गठबंधन को समर्थन दे.
जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार दिल्ली आकर अरविंद केजरीवाल के आवास पर दो बार मुलाकात कर चुके हैं. साथ ही इस सप्ताह के अंत तक दोनों के बीच एक और मुलाकात संभव है. दोनों के बीच बातचीत जेडीयू के लिए फायदेमंद हो सकेगी, इसे लेकर संदेह है.
लालू का 'दागदार दामन' है बाधा
वजह यह है कि जेडीयू का गठबंधन लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी से है. चारा घोटाला केस में सजा मिलने के बाद लालू खुद चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाते हुए नजर आना चाहते हैं. ऐसे में वे लालू-नीतीश के गठबंधन को शायद वे अपना 'नैतिक समर्थन' नहीं देना चाहेंगे.