हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ जाने की वजह से राहुल गांधी का झारखण्ड दौरा अधूरा रह गया. दरअसल उन्हें गोड्डा और गुमला में दो चुनावी सभा को सम्बोधित करना था, लेकिन गोड्डा में चुनावी सभा में भाग लेकर जब वे रांची पहुंचे तो हवाई अड्डे पर उन्हें गुमला ले जाने को मौजूद हेलिकॉप्टर में ऐन वक़्त में तकनीकी खराबी आ गयी. हालांकि प्रशासन की ओर से राहुल गांधी की इन चुनावी सभाओं में काफी जबर्दस्त सुरक्षा प्रबंध किये गए थे.
लगता है एक अप्रैल यानी मूर्ख दिवस गुमला की जनता पर भारी पड़ गया. दरअसल गुमला में राहुल गांधी की चुनावी सभा होनी थी और उन्हें सुनने के लिए तपती दोपहरी में हजारों लोग जुटे थे. वहीं राहुल गांधी भी अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार रांची पहुंचे तो जरूर थे लेकिन जिस उड़नखटोले पर उन्हें गुमला जाना था उसने ऐन वक़्त पर दगा दे दिया. और उन्हें रैली में बिना भाग लिए ही वापस लौटना पड़ गया.
वैसे हाल ही में गुमला में हुए मोदी रैली के बाद कोंग्रेस प्रत्याशी और और ADGP इस बात को लेकर खुश थे कि राहुल के आने से कार्यकर्ता उत्साहित होंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. नक्सलियों के वोट बहिष्कार की धमकी को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गए थे जिनमें स्थानीय पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल भी तैनात किये गए थे. इसके अतिरिक्त मैदान में 13 मेटल डिटेक्टर लगाये गए थे, वहीं रैली पर निगाह रखने के लिए चार वाच टावर भी बनाये गए थे जिनपर शार्प शूटर्स तैनात थे.
दरअसल गृह मंत्रालय ने पिछले महीने ही यह रिपोर्ट झारखण्ड सरकार को दी थी कि चुनाव के मद्देनजर नक्सली बड़े नेताओं को अपना निशाना बना सकते हैं. ऐसे में इनकी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये जाएं. गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने भी झारखण्ड के आठ जिलों को घोर वामपंथी आतंक से ग्रस्त जिला माना है जिसमें गुमला भी शामिल है.