गोवा में बीजेपी ने फिर सत्ता में वापसी कर ली है. गुरुवार को आए नतीजों में बीजेपी ने 20 सीटें हासिल की हैं. पार्टी का दावा है कि वह निर्दलियों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के समर्थन से सरकार बना रही है. गोवा का चुनाव कई मायनों में दिलचस्प रहा. दरअसल, यहां 5 पति-पत्नी भी चुनाव मैदान में थे. कहीं पति और पत्नी एक ही पार्टी से चुनाव लड़े तो कहीं टिकट न मिलने से नाराज पत्नी निर्दलीय ही राजनीतिक रणभूमि में कूद पड़ीं. आइए जानते हैं कि आखिर किन कपल्स को सफलता मिली.
बीजेपी ने 2 कपल्स को दिया था टिकट
बीजेपी ने इस बार दो कपल्स को टिकट दिया था. वहीं, टिकट न मिलने से नाराज एक प्रत्याशी की पत्नी निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरी थीं, जबकि कांग्रेस और टीएमसी ने भी एक-एक कपल को टिकट दिया था.
कैसे रहे नतीजे?
1- बीजेपी के विश्वजीत राणे और देविया राणे जीते
भाजपा ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे को वालपोई और उनकी पत्नी देविया को पोरियम सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. वालपोई से राणे ने आरजीपी के उम्मीदवार तुकाराम पारब को हराते हुए जीत हासिल की. राणे को 14462 और पारब को 6377 वोट मिले.
वहीं, पोरियम सीट से देविया राणे ने भी जीत हासिल की. देविया को 17816 वोट मिले. उन्होंने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को हराया, जिन्हें 3873 वोट मिले.
2- अतानासियो मोनसेराते और उनकी पत्नी जेनिफर भी जीतीं
बीजेपी ने पणजी से अतानासियो मोनसेराते को टिकट दिया था. वे अपनी पत्नी के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. पणजी सीट से मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल भी मैदान में थे. मोनसेराते ने उत्पल को 716 वोट से हराया.
उधर, तालेगांव से जेनिफर मैदान में थीं. जेनिफर को 10167 वोट मिले. उन्होंने सीट पर कांग्रेस को टोनी अलफ्रेडो को मात दी. टोनी को 8126 वोट मिले.
3- गोवा के डिप्टी सीएम और उनकी पत्नी भी थीं मैदान में
गोवा के डिप्टी सीएम चंद्रकांत कावलेकर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर क्यूपेम से चुनाव लड़े. जबकि उनकी पत्नी सावित्री सांगुएम सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ीं. कावलेकर को इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा. इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अल्टोन डी’कोस्टा ने उन्हें मात दी. कावलेकर 2017 में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. उधर, कावलेकर की पत्नी सावित्री भी अपनी सीट पर चुनाव हार गईं.
4- टीएमसी के टिकट पर लड़े किरण कंडोलकर और उनकी पत्नी हारीं
टीएमसी ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी छोड़कर आए किरण कंडोलकर और उनकी पत्नी कविता को चुनाव में उतारा था. किरण कंडोलकर अल्डोना तो उनकी पत्नी कविता थिविम सीट से चुनाव लड़ीं. अल्डोना से कांग्रेस के कार्लोस अल्वारेस फरेरा ने जीत हासिल की. दो नंबर पर बीजेपी उम्मीदवार रहे. वहीं, थिविम सीट की बात करें तो यहां से बीजेपी के नीलकंठ रामनाथ ने कविता को करीब 2100 वोट से हराया.
5- माइकल विनसेंट लोबो और दलीला लोबो
बीजेपी छोड़कर आए माइकल लोबो को कांग्रेस ने कलंगुट से टिकट दिया था. जबकि उनकी पत्नी दलीला को सिओलिम से टिकट मिला था. भाजपा सरकार में मंत्री रहे माइकल लोबो ने इस बार भी चुनाव में जीत हासिल की. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार जोसफ रोबर्ट को करीब 4900 वोटों से मात दी. वहीं, दलीला ने बीजेपी उम्मीदवार दयानंद को मात दी.