होली बीत गई, मगर मजाक जारी हैं और बुरा मानने की तो हो ही नहीं रही. शुरुआत हुई कांग्रेस से. फरहान अख्तर की डेब्यू फिल्म ‘दिल चाहता है’ का गाना सुनाते हुए नमूदार हुईं हसीबा अमीन. राहुल गांधी की सिपाही ने समझाया हमें. कट्टर सोच नहीं युवा सोच. सामने घूम गई पिछले पांच बरस में बढ़ी महंगाई. फिर भी हमने सुन लिया. मगर विरोधी खेमे ने इसे चुन लिया. फिर आई पैरोडी. जिसमें एक बच्ची इस सोच और जोश की पोंपों करती नजर आई. ये वीडियो खूब वायरल हुआ.
अब कांग्रेस समर्थकों ने किया है पलटवार. इसी तर्ज पर बना है एक नया वीडियो. इसमें नजर आ रहे हैं उसी सफेद खंभों वाले कॉरिडोर में एक बुजुर्ग. बीजेपी का मजाक बनाते हुए कह रहे हैं क्या कुछ. आखिर में बता रहे हैं अपनी पार्टी का नाम. पीजेपी. फिर नरेंद्र मोदी सा नजर आने वाला एक शख्स दो छुरों को आपस में रगड़ धार देता नजर आ रहा है. पीछे हैं कुछ कटआउट. आडवाणी, जोशी, जसवंत जैसे बीजेपी के कद्दावर नेताओं के. इस कतार में संघ के मुखिया भागवत भी हैं.
वीडियो में मोदी के इतिहास ज्ञान का मजाक बनाया गया है. उनका हवाला देते हुए युवाओं को आकर्षित करने की बात पर भी तंज कसा गया है. ये वीडियो कल अपलोड किया गया. इसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर किया जाना शुरू हो गया है. वीडियो बनाया है इंडिया अगेंस्ट कॉन्सटीपेशन यानी कब्ज ने.
देखें वीडियो पीजेपी का