बिहार के CM नीतीश कुमार ने बीफ से जुड़े सवाल पर कहा है कि बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की तरह इस मुद्दे को भी 'इम्पोर्ट' कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार में गोमांस कभी मुद्दा रहा ही नहीं है.
आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में गोहत्या पर 1955 से ही प्रतिबंध लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके शासनकाल में कभी भी इस तरह का मुद्दा सामने नहीं आया.
जब नीतीश कुमार को बीजेपी नेता सुशील मोदी के उस वादे की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर बिहार में बीजेपी सत्ता में आई, तो गोहत्या पर प्रतिबंध लगाया जाएगा, तो मुख्यमंत्री ने कहा, 'इस बात पर तो सिर्फ हंसा ही जा सकता है, क्योंकि बिहार में 1955 से ही गोहत्या पर प्रतिबंध है.'
BJP पर वार करते हुए नीतीश ने कहा, 'बीजेपी की दिलचस्पी विकास में नहीं है. उसकी राजनीति समाज को बांटकर राज करने की रही है. पहले उसे इसका फायदा मिल चुका है.'
नीतीश ने आरोप लगाया कि विभाजनकारी नीतियों के कारण ही बीजेपी इस तरह के मुद्दे उठा रही है. नीतीश ने कहा, 'बिहार में सद्भाव का माहौल है. यहां बीजेपी की दाल गलने वाली नहीं है.' उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी 'विकास' शब्द का प्रयोग सिर्फ मुखौटे के तौर पर करती है.