दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय के खिलाफ एफआईआर की गई है. पार्टी के विजन डॉक्युमेंट में नॉर्थ ईस्ट के लोगों को 'इमिग्रेंट' (अप्रवासी) कहने के लिए यह एफआईआर दर्ज की गई है.
बेदी और उपाध्याय के अलावा इस एफआईआर में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, प्रवीण शंकर कपूर और प्रभात झा का भी नाम है. गुवाहाटी के एक व्यापारी की शिकायत पर आईपीसी की धारा 153ए के तहत धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के मुताबिक शिकायतकर्ता अरुण पाठक का कहना है, 'इमिग्रेंट शब्द स्पेलिंग की गलती नहीं हो सकता. यह डॉक्युमेंट एक बार पढ़ने के बाद ही प्रिंट कराया गया होगा. यह नस्लीय अपराध है.' शिकायत में लिखा गया है कि 'आपत्तिजनक' शब्द उत्तर-पूर्वी लोगों व बाकी देशवासियों के बीच नस्लीय सद्भाव को चोट पहुंचाने के मकसद से जानबूझकर इस्तेमाल किया गया. पाठक ने आरोप लगाया कि पार्टी ने विजन डॉक्युमेंट का जो संशोधित रूप जारी किया, वह भी पूर्वाग्रह से ग्रस्त है.
विजन डॉक्युमेंट में 'इमिग्रेंट' शब्द छपने को टाइप की गलती बताते हुए बीजेपी ने माफी मांगी थी. असम में बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए थे. असम गण परिषद (एजीपी) और ऑल असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन किया था.