प्रचंड बहुमत के मजबूत धरातल पर खड़े अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने को तैयार हैं. चुनाव से पहले उन्होंने दिल्ली की जनता के सामने एक शानदार मेनिफेस्टो पेश किया. लेकिन इस मेनिफेस्टो में जो 'बड़े-बड़े' और कई वायदे किए गए हैं जो समय पर पूरे न होने की स्थिति में उन्हीं के गले की फांस बनेंगे. हालांकि चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल के इंटरव्यूज पर नजर डालें तो लगता है कि दिल्ली को 'चमकाने' के लिए वह ये पांच कदम सबसे पहले उठा सकते हैं.
1. विधानसभा के पहले सत्र में ही नया जनलोकायुक्त बिल सदन में पेश किया जा सकता है. AAP विधायकों की मुहर के बाद इसे उपराज्यपाल को भेजा जाएगा.
2. चीजें जहां से छूटी थीं, वहीं से शुरू होंगी. रिश्वतखोरी बंद करने के लिए एंटी-करप्शन हेल्पलाइन फिर से शुरू की जाएगी.
3. सब्सिडी देकर बिजली के बिल आधे और पानी मुफ्त किया जाएगा. पिछली बार AAP सरकार ने 400 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने वालों के बिल आधे कर दिए थे. वहीं एक परिवार को 666 लीटर पानी मुफ्त देने का ऐलान किया था. इस बार भी यह काम केजरीवाल सरकार की प्राथमिकता में होगा. हालांकि इस फैसले का फायदा कितने लोगों को मिलेगा, यह देखना अभी बाकी है.
4. महिलाओं की सुरक्षा के लिए केजरीवाल सरकार नई हेल्पलाइन शुरू कर सकती है. डीटीसी बसों में सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी जल्दी शुरू हो सकती है.
5. दिल्ली की सड़कों को 15 लाख सीसीटीवी और स्ट्रीट लाइट्स से सजाने की भी योजना है. केजरीवाल अगर यह वादा पूरा करने में कामयाब रहे तो दिल्ली पहले के मुकाबले एक सुरक्षित और बेहतर शहर नजर आएगी.