केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की पूर्व मंत्री डग्गुबती पुरंदेश्वरी और उनके पति (आंध्र प्रदेश के पूर्व कांग्रेस विधायक) डग्गुबती वेंकटेश्वर राव ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने का निर्णय लिया.
डग्गुबती दंपति शुक्रवार को दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे. राजनीतिज्ञ दंपति ने आंध्र प्रदेश विभाजन के केंद्र के फैसले के विरोध में पिछले महीने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
तेलुगू देशम पार्टी के संस्थापक और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामाराव की पुत्री पुरंदेश्वरी ने विशाखापट्टनम में संवाददाताओं से कहा कि मैं बीजेपी में शामिल होने के बारे में उनसे बात करूंगी. उन्होंने कहा कि वह लोकसभा चुनाव फिर विशाखापट्टनम से ही चुनाव लड़ना चाहती हैं.
अपने निर्वाचन क्षेत्र विशाखापट्टनम में समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद पुरंदेश्वरी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी ने राज्य का बंटवारा कर सीमांध्र (रायलसीमा एवं तटीय आंध्र प्रदेश) के साथ अन्याय किया है. पुरंदेश्वरी का आरोप है कि कांग्रेस का उनके प्रति व्यवहार अपमानजनक था.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की योजना तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और सीमांध्र में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने की थी. पुरंदेश्वरी 2004 लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस में शामिल हुई थीं और बापतला से लोकसभा सदस्य चुनी गई थीं.
वह 2004 से 2009 तक केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री के पद पर भी रह चुकी हैं. वर्ष 2012 में उन्हें वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया था. संसद द्वारा पृथक तेलंगाना राज्य के गठन का प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद पुरंदेश्वरी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपना इस्तीफा सौंपा था और साथ ही कांग्रेस की सदस्यता से भी इस्तीफा दिया था.
पुरंदेश्वरी के पति आंध्र प्रदेश विधानसभा सदस्य वेंकटेश्वर राव ने भी आंध्र प्रदेश विभाजन के विरोध में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.