'आपत्तिजनक' बयान देने के आरोपी बीजेपी नेता गिरिराज सिंह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गए हैं. बोकारो पुलिस ने गुरुवार सुबह उनके घर पर छापा मारा, पर वह नहीं मिले.
पुलिस की टीम उनकी तलाश में लखीसराय के बड़हिया स्थित उनके गांव पहुंची पर गिरिराज वहां नहीं थे. हालांकि गिरिराज के छोटे भाई का कहना है कि गिरिराज भूमिगत नहीं हुए हैं बल्कि वह पटना में वकीलों से कानूनी राय ले रहे हैं. उनके भाई के मुताबिक वह शुक्रवार को बोकारो में सरेंडर कर देंगे.
गौरतलब है कि जिले में चुनावी सभा के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में स्थानीय अदालत उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है. गिरिराज ने यह बयान दिया था कि नरेंद्र मोदी के लिए मतदान न करने वालों को पाकिस्तान में जगह खोजनी होगी.
गिरिराज पर आईपीसी की धाराओं 153 ए (वर्गों के बीच शत्रुता बढ़ाना), 295 ए (किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का दुर्भावनापूर्वक अपमान करना) और 298 (किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए कोई शब्द कहना, कोई आवाज करना या कोई संकेत करना या उसके सामने कोई वस्तु रखना) के तहत आरोपों का सामना कर रहे हैं.
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने भी बिना नाम लिए आपत्तिजनक बयान देने वालों को नसीहत दी थी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि बीजेपी के कथित शुभचिंतक अपने बयानों से चुनाव अभियान को भटकाने का ही काम कर रहे हैं.
बोकारो पुलिस ने सिंह के खिलाफ 21 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की दी. उन पर लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत भी आरोप लगाए गए हैं. इसके अलावा उनके खिलाफ इन्हीं आरोपों के मामले में देवगढ़ जिला पुलिस ने भी एक और एफआईआर दर्ज की है.