16वीं लोकसभा के लिए सभी प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला शुक्रवार को ईवीएम मशीनों के खुलने के साथ हो जाएगा. इसके लिए ईवीएम मशीनों की सही तरह से सील होना बेहद अहम होगा, ताकि निष्पक्षतापूर्वक मतगणना हो सके. इन मशीनों में हरे रंग की सील सबसे अहम होगी, जिससे पता चलेगा कि मशीन से छेड़छाड़ हुई है या नहीं.
दरअसल, जिस प्रकार मतपेटी को बंद करने के लिए हरे रंग की पेपर सील होती है, उसी प्रकार इलेक्ट्रानिक मतदान मशीन के कंट्रोल यूनिट को भी बंद करने के लिए हरे रंग की पेपर सील ही एकमात्र महत्वपूर्ण सील होती है. अगर यह हरे रंग की पेपर सीलें बरकरार हैं तो कंट्रोल यूनिट में कोई हेराफेरी नहीं हो सकती और मशीन द्वारा मतों की रिकार्डिग में किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. वहीं, कोई सील जैसे कंट्रोल यूनिट के कैरिंग बक्से की सील या उम्मीदवार सेट खंड की सील या परिणाम खंड की सील क्षतिग्रस्त पाई जाती है, लेकिन हरे रंग की पेपर सील बरकरार है तो मतदान केंद्र का मतदान का परिणाम जाना जा सकता है.
शुक्रवार को होने वाली मतगणना को लेकर निर्देश दिए गए हैं कि अगर हरे रंग की पेपर सीलें वही नहीं पाई जाती है तो कंट्रोल यूनिट को अलग रखा जाएगा और उस यूनिट में रिकार्ड किए गए मतों के परिणाम नहीं गिने जाएंगे.
जिला निर्वाचन अधिकारी राजशेखर ने कहा है कि मतगणना के लिए हरे रंग की पेपर सील की महत्ता देखते हुए उम्मीदवार और उनके गणना एजेंटों को इस बात से संतुष्ट होने के लिए उचित अवसर देना चाहिए. वे संतुष्ट हो सके कि पेपर सील वही है जो मतदान प्रारंभ होने से पहले मतदान केंद्र पर पीठासीन अधिकारी द्वारा लगाई गई थी.