scorecardresearch
 

गुजरात सरकार ने कहा, मोध घांछी यानी तेली जाति के हैं मोदी

नरेंद्र मोदी के फर्जी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से होने के कांग्रेस के आरोप के जवाब में गुजरात सरकार ने आज अपनी दो दशक पुरानी एक अधिसूचना का जिक्र किया जो कहती है कि मोध घांछी (तेली) जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल किया गया है और इसी जाति से मोदी ताल्लुक रखते हैं.

Advertisement
X
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी के फर्जी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से होने के कांग्रेस के आरोप के जवाब में गुजरात सरकार ने आज अपनी दो दशक पुरानी एक अधिसूचना का जिक्र किया जो कहती है कि मोध घांछी (तेली) जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में शामिल किया गया है और इसी जाति से मोदी ताल्लुक रखते हैं.

Advertisement

राज्य सरकार के प्रवक्ता नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार के समाज कल्याण विभाग ने 25 जुलाई 1994 को एक अधिसूचना पारित की थी जो 36 जातियों को ओबीसी श्रेणी में शामिल करती थी और इसमें संख्या 25 ब में मोध घांछी जाति का जिक्र है, जिससे मोदी ताल्लुक रखते हैं.

इस जाति को ओबीसी में शामिल किया गया है. कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने दिल्ली में इससे पूर्व कहा था कि मोदी फर्जी ओबीसी हैं. पटेल ने कहा कि यह अधिसूचना 1994 में जारी की गई थी, जब कांग्रेस राज्य में सत्ता में थी. उन्होंने कहा कि जब मोदी की लोकप्रियता चरम पर है, गुजरात कांग्रेस के नेता लोगों को बहका रहे हैं.

राज्य सरकार ऐसी कार्रवाई की निंदा करती है. गोहिल ने गुजरात सरकार के एक सर्कुलर को जारी कर दावा किया था कि मोदी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ओबीसी श्रेणी में अपनी जाति को शामिल कराने के लिए कुछ जोड़तोड़ की है. कांग्रेस ने मोदी द्वारा प्रियंका की नीच राजनीति संबंधी टिप्पणी की काट करने के लिए जाति कार्ड का इस्तेमाल किए जाने के बाद यह हमला किया था.

Advertisement

गोहिल ने कहा कि मोदी ओबीसी से ताल्लुक नहीं रखते हैं जैसा कि वह ओबीसी मतों को भुनाने के लिए दावा कर रहे है. वह धनी और समृद्ध मोध घांछी जाति से ताल्लुक रखते हैं जिसे मोदी के मुख्यमंत्री बनने से पूर्व न कभी किसी प्रकार के आरक्षण का लाभ दिया गया और न ही ओबीसी में शामिल किया गया. गुजरात में फर्जी मुठभेड़ों की तरह ही मोदी भी एक फर्जी ओबीसी हैं.

Advertisement
Advertisement