प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री होंगे. चंडीगढ़ में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में मंगलवार को उन्हें नेता चुना गया. इस बैठक में पार्टी आलाकमान की ओर से पर्यवेक्षक वेंकैया नायडू और दिनेश शर्मा भी मौजूद थे. खट्टर पंजाबी मूल के हैं, गैर जाट हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं.
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60 वर्षीय खट्टर ने करनाल से बंपर वोटों से जीत दर्ज की थी. माना जाता है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी पहले से थी और इसीलिए उन्हें करनाल जैसी सेफ सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया. खट्टर की सोमवार को नई दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात भी हुई थी. हालांकि खट्टर के पास शासन चलाने का कोई अनुभव नहीं है, वह अब तक पार्टी में संगठन की जिम्मेदारी ही निभाते रहे हैं.
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जिन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा में बीजेपी के प्रभारी होते थे, तब खट्टर संगठन मंत्री थे, तभी से दोनों के अच्छे रिश्ते हैं. खट्टर 1977 में ही बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंयेवक संघ (RSS) से जुड़ गए थे. 1980 में 27 साल की उम्र में वह संघ प्रचारक बन गए. संघ के लिए 14 साल काम करने के बाद वह बीजेपी से जुड़े.
लोकसभा चुनावों में यूपी में अमित शाह के साथ खट्टर ने संगठन का जिम्मा संभाला था. चुनाव नतीजे आने के साथ शानदार जीत का तोहफा खट्टर को मिलने के कयास लगाए जा रहे थे.
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हालांकि अंबाला सिटी से विधायक अनिल विज, नारनौंद से विधायक कैप्टन अभिमन्यु और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रामविलास शर्मा भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे. सोमवार को दिल्ली में अनिल विज ने अमित शाह से और कैप्टन अभिमन्यु ने नितिन गडकरी से मुलाकात की थी.
आज तक के पोल पर मुहर
आज तक वेबसाइट ने मंगलवार सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री पद को लेकर एक पोल करवाया था. इस पोल में भी सबसे ज्यादा 52.5 फीसदी लोगों ने मनोहर लाल खट्टर को ही सीएम पद के लिए उपयुक्त बताया था. इस रेस में 33.2 फीसदी वोटों के साथ कैप्टन अभिमन्यु दूसरे नंबर पर रहे थे. इस पोल में कुल 1934 वोट आए थे.