राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हुए अमर सिंह ने एक बार फिर कहा है कि सांसद रिश्वत कांड में उनका पैसा नहीं था. आज तक के 'थर्ड डिग्री' कार्यक्रम में मंगलवार को उन्होंने कहा कि अगर कोई उन्हें मौकापरस्त समझता है तो उन्हें कोई ऐतराज नहीं है.
कभी सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के खासमखास रहे अमर सिंह को आरएलडी ने फतेहपुर सीकरी से चुनाव मैदान में उतारा है. उत्तर प्रदेश में जाट वोट बैंक वाली पार्टी आरएलडी ने इस बार कांग्रेस से गठबंधन किया है. राजनीति के पुराने महारथी अमर सिंह ने 'पॉलिटिकली करेक्ट' बने रहते हुए सोनिया गांधी पर की गई अपनी पुरानी टिप्पणियों पर खेद जताया. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को लेकर उनके मन में गलतफहमियां थीं, लेकिन वह उनका आदर करते थे और करते रहेंगे और उनके बारे में कही गई बात को लेकर वह लज्जित महसूस करते हैं.
अमर सिंह ने मुजफ्फरनगर दंगों के लिए अखिलेश-मुलायम को जिम्मेदार बताया. उनके विचारों में बदलाव कैसे आया, पूछे
जाने पर वह कहते हैं, 'मेरे दिल से कटुता धीरे-धीरे खत्म हो रही है. इंसान के शरीर में परिवर्तन होता है, तो उसके विचारों
में भी हो सकता है.'
अमर सिंह अपने गिरते राजनीतिक ग्राफ को दुरुस्त करने में जुटे हैं और इसके लिए अपनी वाक-क्षमता का पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं. वह विद्याचंद्र सागर को कोट करते हैं तो अगले ही पल गोपाल दास नीरज का गीत सुनाने लगते हैं.
अभिनेत्री से राजनीति में आईं जया प्रदा ने हर फैसले में अमर सिंह का अनुसरण किया, भले ही वह सपा में बगावत का
मौका हो या हाल ही में आरएलडी में शामिल होने का. लेकिन अमर सिंह ने दावा किया कि जया प्रदा अपने फैसले खुद
लेती हैं. उन्होंने कहा कि वह मोदी की लहर का हिस्सा नहीं हैं
अमर सिंह ने कहा कि वह कभी अनैतिक कामों के लिए जेल नहीं गए. राज ठाकरे का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनके पहले से सपा में बॉलीवुड
मौजूद है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी अमिताभ को अभिनेता और मुलायम को नेता नहीं माना, क्योंकि वह दोनों को परिवार का सदस्य मानते थे. अमिताभ के साथ अपने टूटे हुए रिश्ते पर वह कहते हैं, 'वह अफसाना जिसे अंजाम तक पहुंचाना हो नामुमकिन, उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ देना अच्छा. चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों.'