कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह मंत्री पद नहीं लेना चाहते बल्कि पार्टी का काम करने को तरजीह देंगे क्योंकि उनका मानना है कि एक समय में एक ही काम करना चाहिए. अमेठी के 39 वर्षीय सांसद ने कहा कि युवाओं के रूप में केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में उनकी छाप पहले ही है.
उन्होंने कहा 'मैं कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना चाहता हूं क्योंकि मैं एक समय में एक ही काम करने में यकीन करता हूं. मैं एक समय में छह काम करने में यकीन नहीं करता. मैं मंत्री पद के साथ न्याय नहीं कर पाता.' राहुल मनमोहन कैबिनेट के 59 मंत्रियों के दूसरे बैच के शपथ ग्रहण समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उनसे सवाल किया गया था कि वह मंत्री पद क्यों नहीं स्वीकार रहे हैं.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि वह चाहती थीं कि राहुल सरकार में शामिल हों. इस सवाल पर कि सरकार में उत्तर प्रदेश को अपर्याप्त प्रतिनिधित्व क्यों दिया गया, सोनिया ने राहुल की ओर इशारा करते हुए कहा कारण राहुल ही हैं. ये मंत्री बनने से इंकार कर रहे हैं. वह पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं.